लोगों के स्वाभिमान के खातिर ले रहे 1 रुपए
विधायक आलोक चतुर्वेदी के बेटे मिक्की चतुर्वेदी ने बताया कि साल के 365 दिन ये रसोई चलेगी और किसी को भूखा नहीं लौटाया जाएगा। लोगों से केवल एक रुपए इसलिए ले रहे हैं, ताकि किसी को ये न लगे कि वो मुफ्त में खाना खा रहा है। यहां तक कि अगर किसी के पास देने के लिए एक रुपए भी न हो तो उसे भी प्रेम से बिठाकर भोजन परोसा जा रहा है।
विधायक आलोक चतुर्वेदी के बेटे मिक्की चतुर्वेदी ने बताया कि साल के 365 दिन ये रसोई चलेगी और किसी को भूखा नहीं लौटाया जाएगा। लोगों से केवल एक रुपए इसलिए ले रहे हैं, ताकि किसी को ये न लगे कि वो मुफ्त में खाना खा रहा है। यहां तक कि अगर किसी के पास देने के लिए एक रुपए भी न हो तो उसे भी प्रेम से बिठाकर भोजन परोसा जा रहा है।
होटल जैसी लग्जरी सुविधाएं
ऐसे तो साधारण रसोई में ऐसी सुविधाएं नहीं होती है। मगर चाचा की रसोई में सारी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। इस रसोई को शानदार लुक दिया गया है। साथ ही लाइटिंग भी जबरदस्त की गई है। यहां खाने वाले लोगों को इस बात का कतई एहसास नहीं होगा कि वह एक रुपये में खाना खा रहे हैं। रसोई में साफ-सफाई की भी पूरी व्यवस्था की गई है।
ऐसे तो साधारण रसोई में ऐसी सुविधाएं नहीं होती है। मगर चाचा की रसोई में सारी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। इस रसोई को शानदार लुक दिया गया है। साथ ही लाइटिंग भी जबरदस्त की गई है। यहां खाने वाले लोगों को इस बात का कतई एहसास नहीं होगा कि वह एक रुपये में खाना खा रहे हैं। रसोई में साफ-सफाई की भी पूरी व्यवस्था की गई है।
प्रदेश की पहली होटलनुमा हाईटेक रसोई
छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी जनता की सेवा के लिए किए जा रहे अपने कार्यों के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं। 10 साल पहले छतरपुर में मौजूद जलसंकट को देखते हुए उन्होंने घर-घर पानी पहुंचाने के लिए अपने निजी खर्चे से 100 से ज्यादा टैंकरों को सेवाओं में उतारा था। हर वर्ष गर्मियों के दौरान यह सेवा जारी रहती है। कोरोना काल में जब जनमानस ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा था तब उन्होंने खेलग्राम में ऑक्सीजन कंसटे्रटर बैंक की स्थापना कर लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया था। इस बार भी वे अपनी सेवा से लोगों का दिल जीत रहे हैं। उनके द्वारा गरीबों, असहायों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए किशोर सागर पर जो रसोई बनाई गई है वह किसी होटल से कम नहीं है। पूरी तरह वातानुकूलित इस रसोई में स्वच्छता और सुंदरता का विशेष ध्यान रखा गया है। लोगों को एक रूपए का टोकन शगुन के रूप में लेकर भोजन की पूरी थाली मिल सकेगी। भोजन बनाने और उसे परोसने के लिए भी हाईटेक मशीनों का उपयोग किया जा रहा है।
छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी जनता की सेवा के लिए किए जा रहे अपने कार्यों के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं। 10 साल पहले छतरपुर में मौजूद जलसंकट को देखते हुए उन्होंने घर-घर पानी पहुंचाने के लिए अपने निजी खर्चे से 100 से ज्यादा टैंकरों को सेवाओं में उतारा था। हर वर्ष गर्मियों के दौरान यह सेवा जारी रहती है। कोरोना काल में जब जनमानस ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा था तब उन्होंने खेलग्राम में ऑक्सीजन कंसटे्रटर बैंक की स्थापना कर लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया था। इस बार भी वे अपनी सेवा से लोगों का दिल जीत रहे हैं। उनके द्वारा गरीबों, असहायों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए किशोर सागर पर जो रसोई बनाई गई है वह किसी होटल से कम नहीं है। पूरी तरह वातानुकूलित इस रसोई में स्वच्छता और सुंदरता का विशेष ध्यान रखा गया है। लोगों को एक रूपए का टोकन शगुन के रूप में लेकर भोजन की पूरी थाली मिल सकेगी। भोजन बनाने और उसे परोसने के लिए भी हाईटेक मशीनों का उपयोग किया जा रहा है।
सेवा कार्य करने आ रहे संगठन
चाचा की रसोई में सेवा कार्य करने के लिए शहर के विभिन्न संगठन भी आगे आ रहे हैं। भोजन वितरण की व्यवस्था में सहयोग करने रोजाना कोई न कोई संगठन रसोई पहुंच रहा है। सोमवार को चाचा की रसोई में 833 लोगों ने टोकन खरीदे। वहीं सेवा कार्य करने सर्राफा व्यापारी संघ के सदस्य पहुंचे। संघ के सदस्यों ने उपस्थित लोगों को भरपेट भोजन कराया और विधायक द्वारा भूखों का पेट भरने के लिए किए गए प्रयास की सराहना की। विधायक आलोक चतुर्वेदी ने पिछले एक माह के भीतर रसोई में सेवा कार्य करने पहुंचे संगठनों का आभार व्यक्त किया है।
चाचा की रसोई में सेवा कार्य करने के लिए शहर के विभिन्न संगठन भी आगे आ रहे हैं। भोजन वितरण की व्यवस्था में सहयोग करने रोजाना कोई न कोई संगठन रसोई पहुंच रहा है। सोमवार को चाचा की रसोई में 833 लोगों ने टोकन खरीदे। वहीं सेवा कार्य करने सर्राफा व्यापारी संघ के सदस्य पहुंचे। संघ के सदस्यों ने उपस्थित लोगों को भरपेट भोजन कराया और विधायक द्वारा भूखों का पेट भरने के लिए किए गए प्रयास की सराहना की। विधायक आलोक चतुर्वेदी ने पिछले एक माह के भीतर रसोई में सेवा कार्य करने पहुंचे संगठनों का आभार व्यक्त किया है।