स्कूल की प्राचार्य अंजू अवस्थी ने कहा हमारा तिरंगा हमारी शान है। यह हमें हमारे अमर शहीदों के बलिदान की याद दिलाता है। ऐसे में लोगों को चाहिए कि वह 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों, दुकानों व प्रतिष्ठानों पर राष्ट्र ध्वज फहरा कर अमर शहीदों का सम्मान करें।इसमें शामिल छात्राओं ने भारत माता की जय, हिंदुस्तान जिंदाबाद, व यौम ए आजादी अमर रहे जैसे गगनभेदी नारों के सभी को स्वतंत्रता दिवस पर अपने घरों में तिरंगा फहराने को प्रेरित भी किया।
छात्रों व अभिभावकों को किया गया जागरूक
वैशाली बुंदेला ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान के तहत छात्रों के अभिभावकों को भी जागरूक किया जा रहा है और बैठक के माध्यम से हम से सहयोग लेने की अपील की गई। दीप्ति शर्मा ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में “हर घर तिरंगा” अभियान लोगों को तिरंगा लाने के लिए प्रोत्साहित करने वाला एक अभियान है। भारत की स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है। राष्ट्रध्वज से हमारा रिश्ता हमेशा से अटूट रहा है। व्यक्तिगत स्तर से लेकर औपचारिक और संस्थागत स्तर तक स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को चिह्नित करने की कड़ी में एक राष्ट्र के रूप में सामूहिक रूप से राष्ट्र ध्वज को घर लाना तिरंगे से न केवल व्यक्तिगत संबंध का एक कार्य का प्रतीक बन जाता है, बल्कि हमारी प्रतिबद्धता का भी प्रतीक बनता है।
वैशाली बुंदेला ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान के तहत छात्रों के अभिभावकों को भी जागरूक किया जा रहा है और बैठक के माध्यम से हम से सहयोग लेने की अपील की गई। दीप्ति शर्मा ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में “हर घर तिरंगा” अभियान लोगों को तिरंगा लाने के लिए प्रोत्साहित करने वाला एक अभियान है। भारत की स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है। राष्ट्रध्वज से हमारा रिश्ता हमेशा से अटूट रहा है। व्यक्तिगत स्तर से लेकर औपचारिक और संस्थागत स्तर तक स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को चिह्नित करने की कड़ी में एक राष्ट्र के रूप में सामूहिक रूप से राष्ट्र ध्वज को घर लाना तिरंगे से न केवल व्यक्तिगत संबंध का एक कार्य का प्रतीक बन जाता है, बल्कि हमारी प्रतिबद्धता का भी प्रतीक बनता है।
राष्ट्र निर्माण की जताई प्रतिबद्धता
केडी मिश्रा ने बताया कि राष्ट्र ध्वज के साथ हमारा संबंध हमेशा व्यक्तिगत से अधिक औपचारिक और संस्थागत रहा है। देश की आजादी के 75 वें वर्ष में एक राष्ट्र के रूप में ध्वज को सामूहिक रूप से घर लाना इस प्रकार न केवल तिरंगे से व्यक्तिगत संबंध का प्रतीक बन जाता है, बल्कि राष्ट्र-निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी बन जाता है। इस पहल के पीछे का विचार राष्ट्र भावना का आह्वान करना है। लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना जगाएं और अपने राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता को बढ़ावा दें। इस अवसर पर अंजू अवस्थी, अजय पाठक, केडी मिश्रा, सपना बाल्मिीक, आशीष रिछारिया, दीपर शिवहरे, सुनीता सिंह, अनुप्रिया पांडेय, वैशाली बुंदेला, दीप्ति शर्मा सहित स्कूल के स्टाफ व बच्चे मौजूद रहे।
केडी मिश्रा ने बताया कि राष्ट्र ध्वज के साथ हमारा संबंध हमेशा व्यक्तिगत से अधिक औपचारिक और संस्थागत रहा है। देश की आजादी के 75 वें वर्ष में एक राष्ट्र के रूप में ध्वज को सामूहिक रूप से घर लाना इस प्रकार न केवल तिरंगे से व्यक्तिगत संबंध का प्रतीक बन जाता है, बल्कि राष्ट्र-निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी बन जाता है। इस पहल के पीछे का विचार राष्ट्र भावना का आह्वान करना है। लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना जगाएं और अपने राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता को बढ़ावा दें। इस अवसर पर अंजू अवस्थी, अजय पाठक, केडी मिश्रा, सपना बाल्मिीक, आशीष रिछारिया, दीपर शिवहरे, सुनीता सिंह, अनुप्रिया पांडेय, वैशाली बुंदेला, दीप्ति शर्मा सहित स्कूल के स्टाफ व बच्चे मौजूद रहे।