लोगों का मिला साथ, 5 ट्रॉली जलकुंभी निकाली
रविवार की सुबह 7 बजे संकटमोचन तालाब से जलकुंभी निकालने के अभियान की शुरुआत हुई। भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष पारस दुबे अपनी टीम के साथ जलकुंभी निकालने तालाब में उतरे और जलकुं भी निकालने की शुरुआत हुई। इधर अभियान जारी रहा, वहीं दूसरी ओर हर मिनट और नए लोग संकटमोचन तालाब पहुंचते और अभियान में श्रमदान करने में जुटते गए। इसी बीच पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अर्चना सिंह भी संकटमोचन तालाब पहुंची और तालाब को बचाने की मुहिम में शामिल हो गई। महिलाओं- पुरुषों की टीम तालाब से जलकुंभी निकालकर तालाब के निकारे ढेर लगाने लगी और देखते ही देखते 5 ट्रॉली जलकुंभी तालाब से निकाली गई।
रविवार की सुबह 7 बजे संकटमोचन तालाब से जलकुंभी निकालने के अभियान की शुरुआत हुई। भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष पारस दुबे अपनी टीम के साथ जलकुंभी निकालने तालाब में उतरे और जलकुं भी निकालने की शुरुआत हुई। इधर अभियान जारी रहा, वहीं दूसरी ओर हर मिनट और नए लोग संकटमोचन तालाब पहुंचते और अभियान में श्रमदान करने में जुटते गए। इसी बीच पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अर्चना सिंह भी संकटमोचन तालाब पहुंची और तालाब को बचाने की मुहिम में शामिल हो गई। महिलाओं- पुरुषों की टीम तालाब से जलकुंभी निकालकर तालाब के निकारे ढेर लगाने लगी और देखते ही देखते 5 ट्रॉली जलकुंभी तालाब से निकाली गई।
जल है तो जीवन है
11 तालाबों के शहर छतरपुर में बढ़ रहे जलसकंट को देखकर कुछ लोग जागरुक हो गए है। जल ही जीवन है, इस सिंद्धांत को समझते हुए तालाब को बचाने की मुहिम में शामिल हो रहे हैं। धार्मिक स्थल संकट मोचन के तालाब को जलकुंभी व गंदगी से मुक्त कराकर न केवल तालाब को बचाने की कवायद शुरु हो गई है। बल्कि तालाब के जल के साथ जीवन बचाने के लिए आगे आने का संदेश भी दिया है।
11 तालाबों के शहर छतरपुर में बढ़ रहे जलसकंट को देखकर कुछ लोग जागरुक हो गए है। जल ही जीवन है, इस सिंद्धांत को समझते हुए तालाब को बचाने की मुहिम में शामिल हो रहे हैं। धार्मिक स्थल संकट मोचन के तालाब को जलकुंभी व गंदगी से मुक्त कराकर न केवल तालाब को बचाने की कवायद शुरु हो गई है। बल्कि तालाब के जल के साथ जीवन बचाने के लिए आगे आने का संदेश भी दिया है।
इनका कहना है कहते है बिन पानी सब सून, हमारे शहर में प्राचीन तालाबों की कमी नहीं है, केवल जागरुकता की कमी और लापरवाही के चलते इन तालाबों की दशा बिगड़ गई है। लेकिन हम समय रहते भी इन तालाबों को नया जीवन दे पाए तो निश्चित रुप से हम खुद को नया जीवन दे रहे हैं। इसी सोच के साथ संकटमोचन तालाब को जलकुंभी मुक्ति करने का अभियान शुरु किया गया है।
अर्चना सिंह, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष
अर्चना सिंह, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष
हमने देखा कि शहर के तालाब दम तोडऩे लगे हैं। संकटमोचन तालाब पूरी तरह से जलकुं भी से भर गया है। कोई और शुरुआत करे, इसका इंतजार किए बगैर हमने खुद जलकुंभी मुक्ति अभियान चलाने का निर्णय लिया। इसमें हमारे साथियों का सहयोग भी मिल रहा और हम इस अभियान को आगे भी जारी रखेंगे।
पारस दुबे, अध्यक्ष, नगर मंडल, भाजपा
पारस दुबे, अध्यक्ष, नगर मंडल, भाजपा
संकट मोचन तालाब को नया जीवन देने का बीड़ा युवाओं ने उठाया है। हम भी उनके नेक प्रयास में सहयोग करने पहुंचे हैं। तालाब रहेंगे तो जीवन सहज होगा। नहीं तो बूंद बूंद पानी के लिए मुसीबत उठानी होगा। संकटमोचन तालाब को नया जीवन देने का प्रयास शुरु हुआ है, लोगों का उत्साह व समर्थन है, निश्चित ही हम सब मिलकर तालाब को नया जीवन देंगे।
प्रवीण गुप्त, समाजसेवी
प्रवीण गुप्त, समाजसेवी
संकटमोचन तालाब की सफाई के लिए शुरु हुए अभियान में लोगों की रुचि को देखकर नगरपालिका भी आगे आई है। हम भी अपने संसाधनों और अपने श्रम से तालाब को नया जीवन देने के अभियान का हिस्सा बन रहे हैं। पानी के महत्तव को सभी समझते हैं। इस दिशा में प्रयास शुरु हुआ है। सबमिलकर कोशिश कर रहे हैं।
कुलदीप तिवारी, कर्मचारी, नगरपालिका
कुलदीप तिवारी, कर्मचारी, नगरपालिका