लोगों को न हो परेशानी इसलिए खजुराहो-राजनगर में कफ्र्यू के बीच मिली सशर्त छूट
छतरपुरPublished: Mar 28, 2020 07:59:41 pm
सुबह 8 से 10 के बीच मोहल्ले की डेयरी से दूध लेने और इमरजेंसी में नायब तहसीलदार से अनुमति लेकर नगर से बाहर जा सकेंगे लोगगरीबों व मरीजों की मदद के लिए आगे आए लोग, रोगी कल्याण समित को 22 लाख रुपए और पंचायत अन्न कोष में लोगों ने दिया राशन
छतरपुर। सख्ती से लॉक डाउन लागू कराकर प्रशासन कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का उपाय कर रहा है। वहीं, लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए व्यवस्थाएं बनाई जा रही है। राजनगर और खजुराहो नगरपरिषद इलाके में 4 अप्रैल तक कफ्र्यू बढ़ाने के साथ ही कुछ छूट भी दी गई है। लोग मोहल्ले की डेयरी तक बिना वाहन के सुबह 8 से 10 बजे के बीच दूध लेने जा सकते हैं। बैंक भी खुलेंगे, इसके साथ ही आपात स्थिति में राजनगर नायब तहसीलदार मेघेन्द्र बंधोपाध्याय से अनुमति लेकर नगर की सीमा से बाहर जा सकेंगे।
लोग कर रहे भरपूर मदद
कोरोना के खिलाफ जंग में लोग भरपूर मदद कर रहे हैं। जिला रोगी कल्याण समिति को जिले के लोगों ने अब तक 22 लाख रुपए की आर्थिक सहायत मुहैया कराई है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत स्तर पर बनाए गए अन्न कोष में 60 ग्राम पंचायतों में 27 मार्च तक 73 क्विंटल अनाज, 25 किलो आटा और 32287 रुपए लोगों ने जमा कराए वहीं, 28 मार्च को बक्स्वाहा ब्लॉक से 54 क्विंटल गेंहू और बड़ामलहरा ब्लॉक से 51 हजार रुपए की आर्थिक मदद ग्रामीणों ने प्रशासन को पहुंचाई है। इसके अलावा समाज सेवी, शासकीय अधिकारी भी अपने स्तर पर जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग के लिए शिफ्ट कराए सब्जी बाजार
जिला मुख्यालय समेत जिले के सभी नगरों व कस्बों में सोशल डिस्टेंसिंग पर प्रशासन जोर दे रहा है। लेकिन लोग लापरवाही करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में ज्यादातर जगहों पर प्रशासन न सब्जी बाजार शिफ्ट कराकर दुकान लगाने और ग्राहक खड़े होने के स्थान की मार्किंग कराई है। जिला मुख्यालय पर कृषि उपज मंड़ी के साथ ही उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1 और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 , स्टेडियम में सब्जी की दुकानों के लगाने की व्यवस्था की गई है। इसी तरह से घुवारा, नौगांव, हरपालपुर, बक्स्वाहा में भी सब्जी बाजार शिफ्ट कराए गए हैं।
गरीबों को प्रशासन बांट रहा भोजन
बाहर से आए हुए व्यक्तियों के लिए छतरपुर के रैनबसेरा और अन्य नगर पालिकाओं में जिला प्रशासन द्वारा रूकने की व्यवस्था की गई है। दीनदयाल रसोई के माध्यम से रोज भोजन के पैकेट वितरित किए जा रहे हैं। जिला मुख्यालय पर गरीब बस्ती, बस स्टैंड , आश्रय स्थल पर रोजाना 200 पैकेट भोजन जरूरतमंदों को बांटा जा रहा है। ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कम से कम दो साबुन एवं मास्क गरीबों में वितरित करने की व्यवस्था की गई है। सेनेटाइजर की निरंतर उपलब्धता के लिए जिले में ही सेनेटाइजर निर्माण का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा स्व-सहायता समूहों के जरिए मास्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
स्क्रीनिंग के साथ साबुन का हो रहा वितरण
बाहर से जिले के ग्रामीण इलाके में आए लोगों की सक्रीनिंग का कार्य जारी है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव में ऐसे लोगों की पहचान करके उनकी स्क्रीनिंग कर रही हैं। इसके साथ ही पंचायत स्तर पर हर परिवार को साबुन का वितरण किया जा रहा है। गांवों में कोरोना के प्रति जागरुकता लाने के लिए वॉल पेंटिंग कराकर नारे लिखवाए जा रहे हैं।
रैपिड रिस्पोंस टीम बनाई
कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रशासन द्वारा कोरोना से बचाव के लिए के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। प्रत्येक अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में डॉक्टर किट, मास्क, सेनेटाइजर सहित पैथोलॉजी जांच और मेडिकल उपकरण उपलब्ध हैं। कोरोना वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए जिले के हर ब्लॉक में क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। इसके साथ ही तत्काल जांच के लिए सभी विकासखण्डों में एक रैपिड रिस्पोंस टीम गठित की गई है। पंचायत स्तर पर सचिव के माध्यम से बाहर से आए हुए लोगों की मैपिंग एवं स्क्रीनिंग की जा रही है। अभी तक जिले में बाहर से आए कुल 3 हजार 8 सौ लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। बिना स्वास्थ्य परीक्षण के किसी भी व्यक्ति को जिले में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
किसानों के लिए बनाए गए 126 खरीदी केन्द्र
कलेक्टर ने बताया कि छतरपुर जिले में पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए खरीदी केन्द्रों की संख्या बढ़ाकर 126 की गई है, जिससे कोरोना वायरस के दृष्टिगत केन्द्रों में किसानों के भीड़ के कारण वायरस के संक्रमण से बचाव हो सके। पूर्व में 96 खरीदी केन्द्र बनाए गए थे। उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा हेतु समस्त प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि फसल कटाई के लिए हार्वेस्टर के आवागमन पर किसी तरह का प्रतिबंध न लगाया जाए।
दिन-रात सड़कों पर पुलिस का पहरा
लॉक डाउन का पालन कराने के लिए सड़कों पर दिन-रात पुलिस का पहरा लगाया गया है। सुबह 8 से 10 के बीच बैरीकेड्स लगाकर बंद की गई सड़कें खोल दी जाती है। उसके बाद सभी चौराहों पर पुलिस बल तैनात करने के साथ ही बैरीकेड्स से रास्ते बंद कर दिए जाते हैं। जिला पुलिस बल के अलावा क्यूआरएफ बटालियन शहर के मार्गो व गलियों में गश्त लगाकर लॉक डाउन का पालन करा रही है। जो लोग बिना कारण बाहर पाए जा रहे हैं या छूट के समय सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर लापरवाही कर रहे हैं। उनसे पुलिस सख्ती से निपट रही है।