मसाले के दाम भी बढ़े
व्यापारी अजय रहेड़ा ने बताया कि पिछले एक माह में विभिन्न खाद्य सामग्री के साथ ही रसोई के मसालों के दाम में वृिद्ध हुई है। एक माह के अंदर मौटी सौंप में 40 रुपए किलो, दालचीनी में 50 रुपए, डौड़ा में 100 रुपए, कलौंजी में 20 रुपए, काली मिर्च में 90 रुपए, लाल मिर्च में 30 रुपए, जीरा में 80 रुपए, धनिया में 50 रुपए और हल्दी में 20 रुपए प्रति किलो का उछाल आया है। किराना सामान में भी 5 से 10 फीसदी की बढोत्तरी हुई है।
व्यापारी अजय रहेड़ा ने बताया कि पिछले एक माह में विभिन्न खाद्य सामग्री के साथ ही रसोई के मसालों के दाम में वृिद्ध हुई है। एक माह के अंदर मौटी सौंप में 40 रुपए किलो, दालचीनी में 50 रुपए, डौड़ा में 100 रुपए, कलौंजी में 20 रुपए, काली मिर्च में 90 रुपए, लाल मिर्च में 30 रुपए, जीरा में 80 रुपए, धनिया में 50 रुपए और हल्दी में 20 रुपए प्रति किलो का उछाल आया है। किराना सामान में भी 5 से 10 फीसदी की बढोत्तरी हुई है।
नीबू कर रहा दांत खट्टे
सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं। इस बार नींबू के दाम दांत खट्टे कर रहे हैं। 10 रुपए में तीन मिलने वाला नीबू अब एक ही मिल पा रही है। प्रति किलोग्राम दाम 250 रुपए हो गए हैं। लोग गर्मी में तरावट लाने के लिए नींबू का प्रयोग सबसे अधिक करते हैं पर इस बार महंगा नींबू बिना खाए ही दांतों को खट्टे करने लगा है। खाने में खट्टेपन के लिए प्रयुक्त होने वाले नींबू को घर लाना आम आदमी के लिए आसान नहीं रहा है। बाकी सब्जियों भी महंगी हुई हैं। आलू, लहसुन, प्याज और टमाटर को छोड़कर बाकी सभी हरी सब्जियों पर महंगाई की मार जबरदस्त है। परवल और बरबटी 120 रुपए प्रति किलो के भाव पर फलों में सबसे अधिक दाम पर इतराने वाले सेव की बराबरी कर रही हैं। वहीं तुरई, भिंडी, कटहल व शिमला मिर्च 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। कददू, बैगन, लौकी, सेम 30 रुपए और करेला, गोभी, अरबी 40 व कटहल 60 रुपए किलो के भाव पर बिक रहा है।
सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं। इस बार नींबू के दाम दांत खट्टे कर रहे हैं। 10 रुपए में तीन मिलने वाला नीबू अब एक ही मिल पा रही है। प्रति किलोग्राम दाम 250 रुपए हो गए हैं। लोग गर्मी में तरावट लाने के लिए नींबू का प्रयोग सबसे अधिक करते हैं पर इस बार महंगा नींबू बिना खाए ही दांतों को खट्टे करने लगा है। खाने में खट्टेपन के लिए प्रयुक्त होने वाले नींबू को घर लाना आम आदमी के लिए आसान नहीं रहा है। बाकी सब्जियों भी महंगी हुई हैं। आलू, लहसुन, प्याज और टमाटर को छोड़कर बाकी सभी हरी सब्जियों पर महंगाई की मार जबरदस्त है। परवल और बरबटी 120 रुपए प्रति किलो के भाव पर फलों में सबसे अधिक दाम पर इतराने वाले सेव की बराबरी कर रही हैं। वहीं तुरई, भिंडी, कटहल व शिमला मिर्च 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। कददू, बैगन, लौकी, सेम 30 रुपए और करेला, गोभी, अरबी 40 व कटहल 60 रुपए किलो के भाव पर बिक रहा है।
मकान बनाना भी हुई महंगा
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढोत्तरी से भवन,निर्माण सामग्री के दाम भी बढ़ गए हैं। सीमेंट, सरिया, ईट व रेत के साथ ही अन्य निर्माण सामग्री के दाम बढऩे से भवन निर्माण लागत 30 से 35 फीसदी तक बढ़ गई है। 6 महीने पहले जो सरिया 5200 से 5600 रुपए प्रति क्विंटल में बिक रहा था, अब उसकी कीमत बढ़कर 7600 से 8 हजार रुपए तक हो गई है। सीमेंट प्रति बोरी 40 से 60 रुपए तक और प्रति ईट पर 1 रुपए 30 पैसे तक बढ़ गए हैं। रेत और गिट्टी के दाम भी बढ़े हैं। एक हजार वर्गफीट के भवन की निर्माण लागत 11 लाख से बढ़कर 15 लाख तक पहुंच गई है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढोत्तरी से भवन,निर्माण सामग्री के दाम भी बढ़ गए हैं। सीमेंट, सरिया, ईट व रेत के साथ ही अन्य निर्माण सामग्री के दाम बढऩे से भवन निर्माण लागत 30 से 35 फीसदी तक बढ़ गई है। 6 महीने पहले जो सरिया 5200 से 5600 रुपए प्रति क्विंटल में बिक रहा था, अब उसकी कीमत बढ़कर 7600 से 8 हजार रुपए तक हो गई है। सीमेंट प्रति बोरी 40 से 60 रुपए तक और प्रति ईट पर 1 रुपए 30 पैसे तक बढ़ गए हैं। रेत और गिट्टी के दाम भी बढ़े हैं। एक हजार वर्गफीट के भवन की निर्माण लागत 11 लाख से बढ़कर 15 लाख तक पहुंच गई है।
फैक्ट फाइल
कीमतों में अंतर
माह पेट्रोल डीजल
अप्रेल 4.11 प्रतिशत बढ़े 4. 50 प्रतिशत बढ़े
मार्च 6 प्रतिशत बढ़े 6.63 प्रतिशत बढे
फरवरी 0.54 प्रतिशत बढ़े 0.58 प्रतिशत बढ़े
जनवरी 0.39 प्रतिशत घटे 0.42 प्रतिशत घटे
कीमतों में अंतर
माह पेट्रोल डीजल
अप्रेल 4.11 प्रतिशत बढ़े 4. 50 प्रतिशत बढ़े
मार्च 6 प्रतिशत बढ़े 6.63 प्रतिशत बढे
फरवरी 0.54 प्रतिशत बढ़े 0.58 प्रतिशत बढ़े
जनवरी 0.39 प्रतिशत घटे 0.42 प्रतिशत घटे