ट्रैक्टर चालक जताया संदेह
घटना में घायल युवक को ट्रैक्टर चालक रामू द्वारा एंबुलेंस के माध्यम से स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां पर उसका इलाज किया गया। लेकिन इलाज के दौरान रात करीब २ बजे विश्वनाथ की मौत हो गई। लेकिन रात साड़े ११ बजे घटना की जानकारी होने के बाद भी चालक द्वारा घटना की जानकारी परिजनों को दी। वहीं मृतक के परिजनों द्वारा भी ट्रैक्टर चालक रामू हत्या करने की आशंका जताई थी।
घटना में घायल युवक को ट्रैक्टर चालक रामू द्वारा एंबुलेंस के माध्यम से स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां पर उसका इलाज किया गया। लेकिन इलाज के दौरान रात करीब २ बजे विश्वनाथ की मौत हो गई। लेकिन रात साड़े ११ बजे घटना की जानकारी होने के बाद भी चालक द्वारा घटना की जानकारी परिजनों को दी। वहीं मृतक के परिजनों द्वारा भी ट्रैक्टर चालक रामू हत्या करने की आशंका जताई थी।
मारपीट के मामले में था गवाह
मृतक के भाई लक्ष्मन ने बताया कि उसका भाई विश्वनाथ गांव के ही एक प्रजापति परिवार के साथ करीब एक वर्ष पहले हुई मारपीट के मामले में गवाह था। वह मामला कोर्ट में चल रहा है। इसी को लेकर बुधवार को ही कोर्ट द्वारा २६ को पेशी का नोटिस आया था।
मृतक के भाई लक्ष्मन ने बताया कि उसका भाई विश्वनाथ गांव के ही एक प्रजापति परिवार के साथ करीब एक वर्ष पहले हुई मारपीट के मामले में गवाह था। वह मामला कोर्ट में चल रहा है। इसी को लेकर बुधवार को ही कोर्ट द्वारा २६ को पेशी का नोटिस आया था।
नहीं लिया आवेदन
मृतक के भाई लक्ष्मन ने बताया कि घटना के दूसरे दिन उन्होंने थाना पहुंचकर थाना में थाना प्रभारी को आवेदन दिया था। जिसमें मामला दर्ज करने की बात कही गई थी। लेकिन उन्होंने आवेदन लेने से साफ मना कर दिया और अभी तक मामले में मात्र मर्ग ही कायम कर जांच की बात कही जा रही है।
मृतक के भाई लक्ष्मन ने बताया कि घटना के दूसरे दिन उन्होंने थाना पहुंचकर थाना में थाना प्रभारी को आवेदन दिया था। जिसमें मामला दर्ज करने की बात कही गई थी। लेकिन उन्होंने आवेदन लेने से साफ मना कर दिया और अभी तक मामले में मात्र मर्ग ही कायम कर जांच की बात कही जा रही है।
दी जा रही थी जान से मारने की धमकी
विश्वनाथ मारपीट के मामले में प्रमुख गवाह था। जिसको लेकर गांव के ही कुछ दबंगों द्वारा उसे कई बार घर आकर और रास्ते में रोककर गवाही नहीं देने का दवाव बनाया जा रहा था। लेकिन जब विश्वनाथ ने दबंगों की बात पर हामी नहीं भरी तो फिर विश्वनाथ को लोगों द्वारा जान से मारने की धमकियां भी दी गई। लेकिन फिर भी विश्वनाथ ने गवाह से अपना नाम वापस नहीं लिया।
इनका कहना है
शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है। अभी मामला में मर्ग कायम कर अपने तरीके से जांच कर रहे हैं। पीएम रिपोर्ट में क्या है इसकी जानकारी नहीं दे सकते है।
प्रशांत मिश्रा थाना प्रभारी बमीठा
विश्वनाथ मारपीट के मामले में प्रमुख गवाह था। जिसको लेकर गांव के ही कुछ दबंगों द्वारा उसे कई बार घर आकर और रास्ते में रोककर गवाही नहीं देने का दवाव बनाया जा रहा था। लेकिन जब विश्वनाथ ने दबंगों की बात पर हामी नहीं भरी तो फिर विश्वनाथ को लोगों द्वारा जान से मारने की धमकियां भी दी गई। लेकिन फिर भी विश्वनाथ ने गवाह से अपना नाम वापस नहीं लिया।
इनका कहना है
शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है। अभी मामला में मर्ग कायम कर अपने तरीके से जांच कर रहे हैं। पीएम रिपोर्ट में क्या है इसकी जानकारी नहीं दे सकते है।
प्रशांत मिश्रा थाना प्रभारी बमीठा
इनका कहना है
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी जिसमें एक्सीडेंट होना की बात सामने आई है। इस मामले के हर पहलू की जांच की जा रही है। जल्द ही मामले का खुलाया किया जाएगा।
विनीत खन्ना एसपी छतरपुर
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी जिसमें एक्सीडेंट होना की बात सामने आई है। इस मामले के हर पहलू की जांच की जा रही है। जल्द ही मामले का खुलाया किया जाएगा।
विनीत खन्ना एसपी छतरपुर