वाहन चैकिंग के नाम पर पुलिस कर्मी कर रहे अपनी जेबें गरम
छतरपुरPublished: Nov 19, 2018 08:29:05 pm
जांच के नाम पर लिया जा रहा खर्चा पानी, व्यापारियों को हो रही सबसे ज्यादा परेशानी
छतरपुर। शहर के साथ साथ जिले के आचार संहिता के नाम पर पुलिस द्वारा वाहनों कह जांच की जा रही है। जिसमें वाहन चेकिंग के नाम पर लोगों से मनमाने तरीके से वसूली भी की जा रही है। कभी गाड़ी के कागजात तो कभी हेलमेट न पहनने की वजह से वाहन जब्ती की कार्रवाई का डर दिखाकर जमकर अवैध वसूली हो रही है। पैसे मिलने के बाद बिना चालान किए ही छोड़ दिया जाता है। एक मामलों में पीडित लोगों की मानें तो यहां पुलिस जाम हटवाने से ज्यादा अवैध वसूली में लगी रहती है। वहीं शहर में ट्रैफिक पुलिस वाहन चेकिंग के नाम पर बिना हेलमेट के चलने वालों से 100 रुपए लेकर उन्हें छोड़ देती है। अगर कोई पैसे देने में आनाकानी करता है तो उसका चालान काट दिया जाता है। इसके अलावा पुलिस द्वारा गालियां भी देती है। यह पुलिस वालों का धंधा एक दिन का नहीं, बल्कि हमेशा का है। इससे परेशान लोगों द्वारा कई बाद इसकी जानकारी उच्चधिकारियों को भी दी गई। लेकिन पुलिस द्वारा की जा रही चैकिंग के नाम पर वसूली नहीं रुक पा रही है। वहीं आचार संहित के विभिन्न थानों की पुलिस द्वारा व्यवस्थाओं और कामकाज से ज्यादा सड़कों में खड़े होकर वाहनों को रोककर डराया जाता है और पुलिस कर्मियोंं द्वारा चालान करने की धमकी देकर अपने जेबें गरम की जा रही हैं।
शहर में यातायात पुलिस द्वारा प्रतिदिन विभिन्न स्थानों में वाहनों की चैकिंग लगाई जा रही है। इस दौरान अधिकारी एक स्थान पर बैठ कर कार्रवाई करते हैं और सड़क में पुलिसकर्मी वाहनों को रोकते हैं और काफी मेडम से मिलने के लिए कहते हैं। जिससे कुछ लोग कार्रवाई होने के डर से पुलिस कर्मी को कुछ खर्चा पानी देकर निकल लेते हैं तो वहीं कुछ लोगों द्वारा लंबा इंतजार करने के बाद यातायात प्रभारी से मिलते हैं। वहीं शहर के सिटी कोतवाली, सिविल लाइन थाना और ओरछा रोड थाना पुलिस द्वारा प्रतिदिन विभिन्न स्थानों में वाहनों की चैकिंग लगाई जा रही है और पलिस कर्मियों द्वारा मनमानी की जा रही है। इसके अलावा नौगांव, महाराजपुर, अलीपुरा, हरपालपुर सहित जिले के सभी थानों की पुलिस टीतों द्वारा वाहनों चैकिंग की जा रही है और लोगों को कार्रवाई का डर दिखाकर अपने जेब गरम की जा रही है।
यह है ट्रैफिक के नियम :
कागज कौन-कौन से :
ड्राइविंग करते वक्त आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी), वाहन का बीमा व वैलिड पल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट। इनमें ड्राइविंग लाइलेंस और वैलिड पल्यूशन सर्टिफिकेट आपके पास ओरिजनल होने चाहिए, जबकि आरसी और इंश्योरेंस सर्टिफिकेट की फोटो कॉपी भी अपने पास रख सकते हैं।
इन मामलों में होगा लाइसेंस जब्त :
ट्रैफिक के नियम तोडऩे पर ट्रैफिक पुलिस के पास यह अधिकार है कि वह नियम तोडऩे वाले का लाइसेंस जब्त कर सती है। लाइसेंस की यह जब्ती तीन महीने के लिए होती है। साथ ही रेड लाइट जंप करना, सामान की ओवरलोडिंग, बोझा ढोने वाले वाहनों में सवारी लेकर चलना, शराब पीकर या ड्रग्स लेकर गाड़ी चलाना, ड्राइविंग करते हुए मोबाइल पर बात करना और ओवर स्पीड।
तीन तरह के होते हैं चालान :
ऑन द स्पॉट चालान यह चालान तब काटे जाते हैं, जब नियम तोडऩे वाले को पुलिस रंगे हाथों पकड़ लेती है और उसे चालान थमाकर वहीं पर जुर्माना वसूल लेती है। कोई अगर उस वक्त जुर्माना नहीं भरना चाहे तो पुलिस डीएल जमा कराकर चालान दे देती है। जिसे बाद में जमा कराया जा सकता है।
नोटिस चालान :
अगर कोई नियम तोड़कर भाग गया तो पुलिस उसका नंबर नोट कर उसके घर चालान भिजवा देती है। इस चालान का जुर्माना भरने के लिए आरोपी को एक महीने का वक्त दिया जाता है। अगर समय पर जुर्माना नहीं भरा गया तो चालान कोर्ट भेज दिया जाता है।
कोर्ट के चालान :
कोर्ट के चालान आमतौर पर कानून तोडऩे की ऐसी गंभीर घटनाओं में दिए जाते हैं। जिनमें जुर्माना और सजा दोनों का प्रावधान है। शराब पीकर गाड़ी चलाना ऐसा ही मामला है। यह किए तो ऑन द स्पॉट ही जाते हैं, लेकिन इनका जुर्माना पुलिसकर्मी नहीं वसूलते। इसके लिए कोर्ट ही जाना होता है।
कौन कर सकता है फाइन :
100 रुपए से अधिक का जुर्माना है तो हेड कांस्टेबल से ऊपर का ट्रैफिक ऑफिसर यानी एएसआई या एसआई ही कर सकता है। हेड कॉन्स्टेबल को 100 रुपए तक का फाइन लेने का हक है। कॉन्स्टेबल को फाइन करने का हक नहीं है। वह सिर्फ गाड़ी का नंबर नोट कर सकते हैं।
सामान्य हालात हैं से नहीं कर सकती है पुलिस
– चलती गाड़ी से चाबी खींचकर आपको नहीं रोक सकती।
– सामने से आते वाहन को रोकने के लिए चलते वाहन पर चालक का हाथ नहीं पकड़ सकती।
– चार पहिया वाहन के सामने अचानक बैरीकेड्स नहीं लगा सकती।
– यदि सड़क पर चाबी खींचकर या दबाव देकर पुलिस जवान या ट्रैफिक, वार्डन आपको रोकते हैं तो वाहन चालक के पास अधिकार होता है कि वह वरिष्ठ अधिकारियों से उनकी शिकायत कर सकते हैं।
इनका कहना है :
चुनाव को लेकर वाहनों की चैकिंग की जा रही है। अभी तक इसकी जानकारी नहीं हैं न ही कोई शिकायत आई है अगर कोई शिकायत आती है तो इसपर जरूर कार्रवाई की जाएगी।
विनीत खन्ना, एसपी छतरपुर