इसमें विधि विभाग से एडीपीओ केके गौतम ने कहा कि बदलते जमाने के साथ अपराध की प्रवृति भी बदल रही है। आजकल भौतिक अपराध के साथ-साथ डिजीटल अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसकी रोकथाम के लिए भी सजा और आर्थिक दंड का प्रावधान हैं। सभी कार्यालयों एवं संस्थानों महिला सुरक्षा कमेटी का होना आवश्यक है। डीएसपी अनुरक्ति सबनानी ने कहा कि महिला अपराध के प्रति पुलिस विभाग बहुत गंभीरता से काम कर रहा है। शहर के सभी संवेदनशील स्थानों पर नियमित गश्त और सूनसान जगहों पर प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही संदिग्ध व्यक्तियों पर शिकायतकर्ता का नाम उजागर किए बिना सख्त कार्यवाही की जाएगी।
महिला एवं बाल विकास विभाग जिला परियोजना अधिकारी जीतेंद्र गुप्ता समाज में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो महिलाओं और बेटियों पर घात लगाए बैंठे रहते हैं। वे मौका मिलते ही छेडख़ानी पर उतर आते हैं। इसके लिए बेटियों को शारीरिक मजबूती के साथ मानसिक स्तर पर भी सशक्त होना होगा। इसके लिए कई सारे कानूनी प्रावधान हैं जिनसे अपराधिक प्रवृति के लोगों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। वन स्टॉप सेंटर प्रशासक प्राची सिंह चंदेल ने कहा कि बेटियों को भी अब आगे आना होगा, इसके लिए जूड़ो-कराते का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक आंगनवाड़ी में कम से कम एक महिला या बेटी को ट्रेनिंग मिलेगी, जो दूसरों को भी प्रशिक्षित करेगी। कार्यक्रम का सफल संचालन ममता कार्यक्रम के जिला समन्वयक राहुल निगम एवं आभार व्यक्त प्राची सिंह चंदेल द्वारा किया गया। इस अवसर पर पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, चाइल्ड लाइन, बाल संरक्षण संस्थान, आईसीपीएस टीम, ओएससी टीम, डब्लयूसीडी, सामाजिक कार्यकर्ता एवं छात्राओं सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
हेल्प लाइन नंबर पोस्टर का विमोचन
इस प्रशिक्षण के दौरान महिला अपराध रोकने के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबरों का पोस्टर भी लांच कर सभी प्रतिभागियों को वितरित किया गया। सखी वन स्टॉप सेंटर 07682 24250, महिला हेल्पलाइन नंबर 181, चाइल्ड लाइन 1098, डायल 100 को उकेरा गया है। जिससे कि वे अपने-अपने थानों व कार्यस्थल पर चस्पा कर जरुंरतमंदों की मदद कर सकें।
इस प्रशिक्षण के दौरान महिला अपराध रोकने के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबरों का पोस्टर भी लांच कर सभी प्रतिभागियों को वितरित किया गया। सखी वन स्टॉप सेंटर 07682 24250, महिला हेल्पलाइन नंबर 181, चाइल्ड लाइन 1098, डायल 100 को उकेरा गया है। जिससे कि वे अपने-अपने थानों व कार्यस्थल पर चस्पा कर जरुंरतमंदों की मदद कर सकें।