24 घंटे बाद भी सुधार नहीं, पानी को तरसे लोग
शहर के बजरंग नगर में बुधवार की शाम 4 बजे बिजली गुल हो गई। दो घंटे बाद बिजली आई, लेकिन लो वोल्टेज के कारण बिजली सप्लाई शुरु होने और न होने में कोई अंतर नहीं था। बिजली के उपकरण चल ही नहीं पा रहे थे। यहां तक की उमस भरी गर्मी में पंखे तक नहीं चल रहे थे। कॉलोनी के 50 घरों में बिजली सप्लाई की गड़बड़ी की शिकायत बिजली कंपनी के कंट्रोल रुम, 1912 में करने के बाद भी सुधार नहीं हुआ तो मैंटनेंस एई आरके लोधी को भी सूचित किया गया। उन्होंने बिजली अमला कहीं और व्यस्त होने का हवाला देकर कुछ देर बाद सुधार कराने की बात कहीं, लेकिन रात 10 बजे तक सुधार नहीं हुआ। फिर रात 11 बजे अधिकारियों ने रात होने का हवाला देकर सुधार कार्य कराने से साफ मना कर दिया। पूरी रात बजरंग नगर कॉलोनी के बाशिंदे बिजली के लिए परेशान रहे। इतना ही नहीं अगले दिन शाम तक सुधार कार्य शुरु ही नहीं किया गया। स्थानीय लोग पीने के पानी तक के लिए परेशान हो गए। उपभोक्ताओं ने बताया कि मेंटनेंस प्रभारी एइ आरके लोधी न केवल उपभोक्ताओं बल्कि अधिकारियों को भी गलत जानकारी देकर गुमराह करते हैं। उपभोक्ताओं ने आरके लोधी से बातचीत की सारी रिकॉर्डिंग के साथ मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत भी की है।
शहर के बजरंग नगर में बुधवार की शाम 4 बजे बिजली गुल हो गई। दो घंटे बाद बिजली आई, लेकिन लो वोल्टेज के कारण बिजली सप्लाई शुरु होने और न होने में कोई अंतर नहीं था। बिजली के उपकरण चल ही नहीं पा रहे थे। यहां तक की उमस भरी गर्मी में पंखे तक नहीं चल रहे थे। कॉलोनी के 50 घरों में बिजली सप्लाई की गड़बड़ी की शिकायत बिजली कंपनी के कंट्रोल रुम, 1912 में करने के बाद भी सुधार नहीं हुआ तो मैंटनेंस एई आरके लोधी को भी सूचित किया गया। उन्होंने बिजली अमला कहीं और व्यस्त होने का हवाला देकर कुछ देर बाद सुधार कराने की बात कहीं, लेकिन रात 10 बजे तक सुधार नहीं हुआ। फिर रात 11 बजे अधिकारियों ने रात होने का हवाला देकर सुधार कार्य कराने से साफ मना कर दिया। पूरी रात बजरंग नगर कॉलोनी के बाशिंदे बिजली के लिए परेशान रहे। इतना ही नहीं अगले दिन शाम तक सुधार कार्य शुरु ही नहीं किया गया। स्थानीय लोग पीने के पानी तक के लिए परेशान हो गए। उपभोक्ताओं ने बताया कि मेंटनेंस प्रभारी एइ आरके लोधी न केवल उपभोक्ताओं बल्कि अधिकारियों को भी गलत जानकारी देकर गुमराह करते हैं। उपभोक्ताओं ने आरके लोधी से बातचीत की सारी रिकॉर्डिंग के साथ मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत भी की है।
कार्यपानल अभियंता द्वारा जारी नंबरों पर नहीं मिलती मदद
शहर में बिगड़ती बिजली व्यवस्था पर कलेक्टर संदीप जीआर की सख्ती के बाद कार्यपालन अभियंता आए मिश्रा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बिजली कंपनी के शिकायत नंबर 07682245566, 07682245567 व 9425613757 जारी किए थे। इसके साथ ही मेंटेनेंस एई आरके लोधी का मोबाइल नंबर भी जारी किया था। लेकिन शिकायत के नंबर पर कॉल लगते ही नहीं है, लग भी जाए तो अटेंड नहीं किए जाते। आरके लोधी कभी कभार फोन उठाते भी है तो उनके पास हर बार एक ही जवाब होता है, अमला बिजी है। अभी सुधार नहीं हो पाएगा। दोबारा कॉल करने पर कुछ और बहाना बना दिया जाता है। दिन की शिकायतें रात तक टाल दी जाती है, रात को सुधार कार्य से मना कर दिया जाता है।
शहर में बिगड़ती बिजली व्यवस्था पर कलेक्टर संदीप जीआर की सख्ती के बाद कार्यपालन अभियंता आए मिश्रा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बिजली कंपनी के शिकायत नंबर 07682245566, 07682245567 व 9425613757 जारी किए थे। इसके साथ ही मेंटेनेंस एई आरके लोधी का मोबाइल नंबर भी जारी किया था। लेकिन शिकायत के नंबर पर कॉल लगते ही नहीं है, लग भी जाए तो अटेंड नहीं किए जाते। आरके लोधी कभी कभार फोन उठाते भी है तो उनके पास हर बार एक ही जवाब होता है, अमला बिजी है। अभी सुधार नहीं हो पाएगा। दोबारा कॉल करने पर कुछ और बहाना बना दिया जाता है। दिन की शिकायतें रात तक टाल दी जाती है, रात को सुधार कार्य से मना कर दिया जाता है।
कंपनी ने फिर से जारी किए वही नंबर, जो उठते नहीं
अधीक्षण अभियंता छतरपुर ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि छतरपुर वृत्त के तहत जारी वर्षा सीजन में अतिवृष्टि एवं बाढ़ की आशंका के चलते आपदा प्रबंधन कार्य को पुख्ता बनाने के लिये नियंत्रण कक्ष स्थापित कर नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। यह नियंत्रण कक्ष छतरपुर, नौगांव, खजुराहो, लवकुशनगर, बिजावर एवं बड़ामलहरा में बनाए गए हैं। नियंत्रण कक्ष छतरपुर का दूरभाष क्रमांक 07682-245566 जारी किया गया, जो कभी लगता ही नहीं है। हालांकि विभाग ने नियंत्रण कक्ष बनाकर हालात को सुधारने और सजग होने की सूचना जारी की है लेकिन विभाग द्वारा जारी किए गए उक्त शिकायत नंबरों पर अक्सर शिकायतें सुनी नहीं जातीं। क्योंकि यह नंबर या तो अटेण्ड नहीं किए जाते या फिर बहुत देरी से सुधार कार्य शुरू होते हैं।
अधिकारी ने भी माना स्टाफ ने दी गलत जानकारी स्टाफ ने स्थिति की सही जानकारी नहीं दी थी। मैने जब खुद देखा तो समस्या का पता चला। स्टोर में उचित क्षमता का ट्रांसफॉर्मर नहीं होने से तत्काल बाहर से मंगवाना पड़ा, जिससे देर हुई है। कोशिश रहेगी कि अंधेरा होने से पहले बिजली सप्लाई शुरु हो जाए।
आरए मिश्रा, कार्यपालन यंत्री
आरए मिश्रा, कार्यपालन यंत्री