कुपोषण मुक्त प्रदेश बनाना सरकार की प्राथमिकता : इमरती देवी
छतरपुरPublished: Feb 18, 2020 01:50:54 am
खजुराहो में प्रदेश स्तरीय कार्यशाला
कुपोषण मुक्त प्रदेश बनाना सरकार की प्राथमिकता : इमरती देवी
छतरपुर. प्रदेश सरकार द्वारा बेटियों की तरक्की के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित की जा रही हैं। कुपोषण मुक्त प्रदेश बनाना सरकार की प्राथमिकता है। सरकारी नौकरियों और स्थानीय चुनावों में बेटियों और महिलाओं की पर्याप्त भागीदारी के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गई है।
यह बात महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने खजुराहो के एक निजी होटल में प्रदेश स्तरीय कार्यशाला के अवसर पर कही। कार्यशाला के अवसर पर मंत्री ने कहा कि प्रदेश की बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कमतर नहीं है। अच्छी सोच के साथ आगे बढऩे से कामयाबी मिलती है । वर्तमान में बेटियों की तरक्की के लिए परिवार और समाज की सोच में अंतर आया है।
उत्कृष्ट कार्य करने वालों को मिलेगा सम्मान
महिला एवं बाल विकास विभाग के आयुक्त नरेश पाल ने कहा कि पिछड़ापन दूर करने के लिए निचले स्तर के कर्मचारियों को जागरूक रहना अधिक जरूरी है। उन्होंने कहा कि विभाग को नवाचार और बेहतर कार्य के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार मिले हैं। विभाग द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को आगामी 8 मार्च को विश्व महिला दिवस के मौके पर सम्मानित किया जाएगा।
आयुक्त पाल ने विभागीय अधिकारियों को जागरूकता गतिविधियां बढ़ाने, योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने, बच्चों के चिन्हांकन में लापरवाही नहीं बरतने और किशोरी बालिका योजना का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करने के लिए कहा।
उन्होंने विभाग में ग्रेडिंग सिस्टम लागू होने की जानकारी भी दी।
अपराध की पुनरावृत्ति रोकने के किए प्रयास
कलेक्टर मोहित बुंदस ने जिले में पॉक्सो एक्ट में की गई कार्रवाई और समाज में अपराध की पुनरावृत्ति रोकने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी भी उन्होंने दी। कलेक्टर ने कहा कि जिले में वन स्टॉप सेंटर के जरिए विपत्तिग्रस्त महिलाओं का पुनर्वास किया जा रहा है। इसके अलावा घरेलू हिंसा से प्रताडि़त महिलाओं के पुनर्वास, राष्ट्रीय किशोरी स्वास्थ्य योजना के जिले में क्रियान्वयन, लाडो अभियान और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के बारे में अवगत कराया। कलेक्टर ने कहा कि छतरपुर जिले के शासकीय विद्यालयों में आगामी 31 मार्च तक बालिकाओं को पृथक टायलेट की सुविधा मिल जाएगी। उन्होंने ग्रामसभा में स्कूलों से ड्रापआउट बच्चों के संबंध में चर्चा करने, महिलाओं की सुरक्षा के लिए सिटी एप बनाने, एएनसी जांच, संस्थागत प्रसव में निरंतर बढ़ोत्तरी, महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण, डीवार्मिंग कैम्प, दस्तक, मिशन इन्द्रधनुष और टीकाकरण के बारे में अब तक की वस्तुस्थिति और आगामी कार्ययोजना के बारे में बताया।
मंत्री ने मोबाइल एप का किया विमोचन
महिला बाल विकास मंत्री ने कार्यशाला में समृद्धि (सेग) मोबाइल एप का विमोचन भी किया। इस एण्ड्राएड एप के जरिए विभागीय बैठकों और योजनाओं के क्रियान्वयन की बेहतर तरीके से रिपोर्टिंग और मॉनिटरिंग की जाएगी। कार्यशाला में दर्शना संस्था की प्रभा वैद्य सहित साथिया दल में शामिल किशोरी बालिकाएं, महिला बाल विकास विभाग के सभी संभागीय और जिलाधिकारी उपस्थित थे।