निसर्ग तूफान के चलते जिले में बारिश
छतरपुरPublished: Jun 04, 2020 09:20:57 pm
तीन दिन तक प्री-मानसून की बारिश-तेज हवा चलने की चेतावनीजिले में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी, छतरपुर-टीकगमढ़ समेत सागर संभाग में बारिश का पूर्वानुमानअधिकतम तापमान १1 और न्यूनतम तापमान में आई 6 डिग्री की गिरावट, आद्रता हुई दोगुनी
chhatarpur weather update
छतरपुर। अरब सागर में बने चक्रवात निसर्ग का असर मध्यप्रदेश के मालवा अंचल से आगे बढ़कर बुंदलेखंड तक दिखाई देने लगा है। चक्रवात के सिस्टम से छतरपुर जिले में गुरुवार की सुबह 6 बजे से बारिश और बूंदाबांदी का दौर देर शाम तक जारी रहा। दिनभर कभी बूंदाबादी तो कभी बारिश होती रही। गुरुवार को तेज धूप की जगह ठंड़ी हवाएं चलने से मौसम सुहाना हो गया। मौसम केन्द्र खजुराहो के आरके परिहार ने बताया कि चक्रवात के कारण बारिश और तेज हवा का सिलसिला पूरे जिले में चल रहा है। अगले तीन दिन तक मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है। चक्रवात के पीछे से प्री-मानसून का सिस्टम भी हमारी ओर आगे बढ़ रहा है। जिससे बारिश और तेज हवा वाला मौसम तीन दिन तक रहेगा।
तापमान गिरा, आद्रता बढ़ी
आरके परिहार के मुताबिक गुरुवार की सुबह 6 बजे देर शाम तक बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 36.6 से लुढ़कर 25 डिग्री पर आ गया। जबकि न्यूनतम तापमान 28 डिग्री से गिरकर 22 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, आद्रता 45 से 46 प्रतिशत से बढ़कर सुबह 95 और शाम को 95 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग ने गुरुवार से शनिवार के बीच कहीं-कहीं तेज बारिश की चेतावनी भी जारी की है।
नौगांव में 13 डिग्री गिरा पारा
नौगांव में भी गुरुवार की सुवह से ही आसमान पर काले घने बदलो ने डेरा जमाया और सुवह से ही रुकरुक कर रिमझिम बारिश होती रही, जिससे मौसम में ठंडक घुलने से लोगों ने गर्मी से राहत की सांस ली। बुधवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 28.5 डिग्री सेल्सियस था जो, गुरुवार को मौसम के करवट बदलते ही 13 डिग्री कम हो गया। नौगांव में गुरुवार का अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा मौसम। विज्ञान केन्द्र के अधिकारी हेमन्त कुमार सिन्हा ने बताया कि मध्यपश्चिमी विक्षोभ के कारण चक्रवात बना हुआ है।
दोपहर 1.30 बजे शाम 6.18 तक गुल रही बिजली
बारिश के बीच दोपहर 1.30 बजे शहर के पन्ना रोड पर बिजली सप्लाई फाल्ट आने से शाम 6.18 तक बिजली सप्लाई बाधित रही। बिजली कंपनी के कर्मचारी बरसते पानी में फॉल्ट को खोजकर बनाने का काम करते रहे। सुधार टीम ने दोपहर से शाम तक एक-एक करके तीन फाल्ट फाल्ट सुधारते रहे। बारिश के कारण काम प्रभावित होने से फाल्ट सुधारने में समय लगा। तीनों फॉल्ट सुधारने के बाद शाम को विबजली सप्लाई बहाल हो पाई।
खुले में रखा गेहूं भींगा
उपार्जन केन्द्रों पर खरीदा गया परिवहन न होने गेहूं बारिश में भींग गया। खरीदी के बाद परिवहन से शेष रह गया गेहूं की सुरक्षा के लिए उपार्जन केन्द्र पर सुरक्षा व्यवस्था न होने से गुरुवार को हुई बारिश में अधिकांश केन्द्रों पर गेहूं भींग गया। इसके साथ ही ओपन कैप में रखा गेहूं त्रिपाल से ढके होने के बाद भी भींग गया। ओपन कैप में लगाए गए त्रिपाल हवा के कारण खिसक जाने से गेहूं के बोरे में पानी चला गया।