छतरपुरPublished: Jun 06, 2020 03:45:35 pm
Sanket Shrivastava
सड़कें जर्जर, आवागमन बन रहा मुसीबत
Roads of Singrauli ravaged
छतरपुर. जिले में कई दशकों से जर्जर हाल में पड़े स्टेट हाईवे की सड़कों की हालत जोर बा रोज और बदतर होते जा रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी वहां पर प्राथमिकता से कार्य नहीं किया जा रहा है। इन रास्तों से गुजरने में लोगों को भारी मुश्किलों का सामना कर मंजिल तय करनी पड़ रही है। यहां पर हर रोज सड़क दुर्घटनाएं होना भी आम बात हो गई है। जानकारी के अनुसार जिले में जिन सड़कों की हालत बेहद खराब हैं, उनमें से अधिकांश एमपीआरडीसी की सड़कें हैं। जहां पर एमपीआरडीसी के अधिकारियों द्वारा कई दशकों से जर्जर हाल में सड़कें होने पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लेकिन लोगों को मजबूरी बस इन सड़कों से ही गुजना पड़ रहा है। जिले के नौगांव से महोबा रोड़, नौगांव से कैमाहा तक करीब तीन दशकों से जर्जर हाल में है। करीब पांच वर्ष पहले यहां पर उर्मिल नदी के पानी से सड़क कट जाने के बाद प्रशासन को यहां की सुध आई और एमपीआरडीसी द्वारा नौगांव से कैमाहा तक नई सड़क बनाने के लिए टैंडर जारी किया और ठेकेदार द्वारा कार्य शुरू किया गया और दो स्थान में एक ओर सीसी का कार्य किया गया। वहीं बाकी सड़क के डामर को उखड़ कर गिट्टी और डस्ट बिछाकर कार्य बंद कर दिया। जिसके बाद से करीब डेढ़ वर्ष से इसी हालत में है। करीब २५ किलामीटर की यह दूरी तय करने के लोगों को भगवान का नाम लेकर तय करनी पड़ रही है। वहीं इसके अलावा नौगांव से ईशानगर सड़क पर भी करीब ३-४ दशकों बाद एक साल पहले कुछ काम किया गया और फिर उसे अधूरा बनाकर छोड दिया गया जिससे। लोगों को अभी भी राहत नहीं मिली है। ठेकेदार द्वारा इस मार्ग में कुछ काम कराया और फिर काम बंद करादिया गया जिससे खराब पड़ी सड़क से लोगों को गुजरना पड़ रहा है।