छतरपुर

राज्य स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता में सागर ने लहराया परचम

बेसबॉल प्रतियोगिता में बालक व बालिका वर्ग मिनी समूह में बना विजेताइंदौर व ग्वालियर के खिलाडिय़ों ने भी दिखाया कमाल65वीं राज्य स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता का समारोहपूर्वक समापन

छतरपुरOct 14, 2019 / 07:05 pm

Dharmendra Singh

Celebration of 65th state level sports competition

छतरपुर। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित 65वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन सोमवार को समापन हो गया।
बेसबॉल प्रतियोगिता में बालक वर्ग मिनी समूह 14 वर्ष सागर विजेता, ग्वालियर उप विजेता तथा इन्दौर तीसरे स्थान पर रहा। इसी समूह के बालिका वर्ग में सागर विजेता, इन्दौर उप विजेता तथा उज्जैन तृतीय स्थान पर रहा। वॉलीबॉल में बालक वर्ग मिनी समूह 14 वर्ष सागर विजेता, ग्वालियर उप विजेता तथा जबलपुर ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसी समूह के बालिका वर्ग में इन्दौर विजेता, सागर उप विजेता तथा ग्वालियर तृतीय स्थान पर रहा। वॉलीबॉल में बालक वर्ग सीनियर समूह 19 वर्ष में ग्वालियर विजेता, सागर उप विजेता तथा इन्दौर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी समूह के बालिका वर्ग में इन्दौर विजेता, भोपाल उपविजेता तथा सागर को तीसरा स्थान प्राप्त कर संतोष करना पड़ा। अतिथियों द्वारा सभी खिलाडियों को पुरस्कार प्रदान किए गए। बेहतर कार्य के लिए विभिन्न पीटीआई, कोच का भी सम्मान किया गया।
स्थानीय बाबूराम चतुर्वेदी स्टेडियम पर बड़मलहरा विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पलिका अध्यक्ष अर्चना गुड्डू सिंह ने की। विशिष्ट अतिथि बतौर आनंद सिंह बुन्देला ब्लाक अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी बड़ामलहरा उपस्थित रहे। हार और जीत तो खेल के दो पहलू हैं। हमें हार से घबराना नहीं चाहिए बल्कि और अधिक तैयारी के साथ आने वाले समय में खेलना चाहिए ताकि हम विजय हासिल कर सकें। इससे हमारे गांव, शहर, जिला, संभाग, प्रदेश तथा देश का नाम रोशन होगा। यह बात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बड़मलहरा विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने अपने उद्बोधन में कही।
नगरपलिका अध्यक्ष अर्चना गुड्डू सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि खेल में जीत हासिल करना उतना आवश्यक नहीं है ,जितना आवश्यक खेलों में हिस्सा लेना है। जीत तो किसी एक को मिलती है पर खेल में सहभागिता करने वाले प्रत्येक खिलाड़ी को कुछ न कुछ सीखने को अवश्य मिलता है। उन्होंने कहा कि खेल से तन स्वस्थ रहता है और स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है, जो हमारे ज्ञान को बढ़ाता है।
मीडिया प्रभारी सुशील त्रिपाठी के अनुसार कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना की गई। उत्कृष्ट विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। तत्पश्चात अतिथियों के स्वागत का सिलसिला शुरू हुआ। ध्वजवाहिन के साथ मेजवान सागर, भोपाल, ग्वालियर, इन्दौर, जबलपुर, रीवा, उज्जैन, आदिवासी विकास संभाग की टीमें मार्चपास्ट करती हुई अतिथियों को सलामी दी। मरियामाता स्कूल के बच्चों ने बैण्ड के साथ सहभागिता की। डीईओ एसके शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रतियोगिता का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रमों में एमएलबी, डिलाइट एवं केयर इंग्लिश स्कूल छात्राओं ने नृत्य प्रस्तुत करते हुए दर्शकों की तालियां बटोरी। सभी अतिथियों को प्रतीक चिन्ह भेंट किए गए। कार्यक्रम का संचालन श्रीनिवास नायक, डॉ.आरपी शुक्ला तथा प्राचार्य व्योम जार्ज ने किया।
इस अवसर पर डीपीसी आरपी लखेर, विभिन्न समितियों के नोडल अधिकारी व्हीडी नातू, रघुवंश गुरूदेव, एचएस त्रिपाठी, जेपी सोनकिया, एसके हिंग्वासिया, एचएस दीक्षित, अशोक खरे, वशी उल्लाह, राजकुमार पाण्डेय, सुशील उपाध्याय, अरूण शंकर पाण्डेय, एचआर अहिरवार, डॉ. रामप्रताप यादव, उर्मिला पाण्डेय, गीता शर्मा, सविता अग्रवाल, नीलम सिंह, आभा श्रीवास्तव, जिज्ञासा गुप्ता सहित जिले के प्राचार्य उपस्थित रहे।

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