7 जुलाई से शुरु होगा सावन मास, हर सोमवार को बन रहा विशेष संयोग
छतरपुरPublished: Jul 11, 2019 04:32:21 pm
16 जुलाई को चंद्रग्रहण, स्नान के बाद सोमवार से शिव मासइस बार सोमवार को पड़ेगी नागपंचमी
छतरपुर। 17 जुलाई को सूर्य प्रधान होकर उत्तराषाढ़ा नक्षत्र मे प्रवेश करेगा। इसके साथ ही 17 जुलाई यानी बुधवार से सावन माह की शुरुआत हो जाएगी। इस दिन वज्र और विष कुंभ योग भी बन रहा है। सावन मास की शुरुआत से पहले 16 जुलाई को चंद्रग्रहण भी पड़ रहा है। 17 जुलाई को चंद्रग्रहण स्नान के साथ ही सावन मास का शुभारंभ हो रहा है। चंद्रग्रहण के मोछ, स्नान, दान और दर्शन-पूजन के बाद शिव उपासना शुरु होगी। पंडित एमएल पाठक ने बताया कि 16 जुलाई को शाम 4.30 बजे सूतक लग जाएगा और 17 जुलाई की सुबह 4.32 पर मोक्ष होगा, इसके बाद ही मंदिरों के पट खुलेंगे। भगवान को स्नान कराने के बाद पूजन किया जाएगा, इसके साथ ही सावन माह शुरु हो रहा है। इस साल सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को है। इस बार सावन मास में कुल 4 सोमवार पड़ रहे हैं। सावन मास का अंतिम सोमवार 15 अगस्त को है।
सावन मास में 4 सोमवार
इस बार का सावन मास बेहद खास है, क्योंकि इस मास में कई शुभ संयोग बन रहे हैं। बताया जा रहा है कि सावन के पहले सोमवार पर श्रावण कृष्ण पंचमी तिथि का संयोग बन रहा है। वहीं दूसरे सोमवार पर त्रयोदशी प्रदोष व्रत के साथ साथ सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग बन रहा है। इसके अलावा तीसरे सोमवार पर नागपंचमी का योग और चौथे सोमवार पर त्रयोदशी तिथि के योग बन रहा है।
हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग
1 अगस्त 2019 को हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग बनेगा, जो लगभग 125 साल बाद आ रहा है। इस दिन पहला सिद्धि योग, दूसरा शुभ योग, तीसरा गुरु पुष्यामृत योग, चौथा सर्वार्थ सिद्धि योग और पांचवां अमृत सिद्धि योग का संयोग है। पंडित श्याम बिहारी चौबे ने बताया कि इस बार नागपंचमी का शुभ पर्व भगवान शिव के विशेष दिन सोमवार 5 अगस्त को है। यह सावन का तीसरा सोमवार है। इस बार नागपंचमी के दिन चंद्र प्रधान हस्त नक्षत्र और त्रियोग का संयोग भी बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग, सिद्धि योग और रवि योग यानी त्रियोग संयोग बन रहा है।
फैक्ट फाइल
सावन माह के सोमवार
22 जुलाई- प्रथम सोमवार
29 जुलाई- द्वितीय सोमवार
5 अगस्त – तृतीय सोमवार
12 अगस्त- चतुर्थ सोमवार
सावन माह के खास दिन
1 अगस्त – हरियाली अमावस्या
3 अगस्त – हरियाली तीज
5 अगस्त – नाग पंचमी
15 अगस्त- रक्षा बंधन