Siddhachakra Legislation ended
घुवारा. श्री दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर स्थित शीतलधाम में श्री 1008 सिद्धचक्र महामण्डल विधान व विश्वशांति महायज्ञ के समापन पर भव्य रथयात्रा के साथ शोभायात्रा व जलविहार हुआ। शोभायात्रा में मंगल नृत्य, संगीत व वाद्ययंत्रों के साथ घोड़े, बग्घी आदि सम्मिलित थे और इन्द्रोचित वस्त्राभूषण धारण किए हुए विघ्नकर्ता परिवार के सदस्य रथ पर विराजित रहे। आचार्य विभवसागर महाराज की सुशिष्याएं क्षुल्लिका श्री 105 आराधनाश्री माताजी, साधनाश्री माताजी, सिद्धश्री माताजी, ह्रींश्री माताजी व संघस्थ त्यागी व्रतियों के सानिध्य में उपरोक्त समस्त कार्यक्रम सानंद सम्पन्न हुआ। माताजी ससंघ समिति के निवेदन पर श्रीवीर सहयोगी संस्थान द्वारा संचालित जीवदया गौसेवा संस्थान घुवारा में रह रहे घायल बीमार विकलांग गौवंश (गौशाला) को देखने गए। वहां माताजी ससंघ ने जीवदया और गायों की सेवा को पुण्य का कार्य बताया और सभी लोगों को प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से गौसेवा के इस पुनीत कार्य में जुडऩे की प्रेरणा देते हुए कहा कि वर्तमान समय में सभी के पास समय का अभाव है, लेकिन जो लोग गौसेवा, गौसंरक्षण, गौवंश संवद्र्धन, गौवंश के उपचार आदि के कार्य को कर रहे हैं, उनका सहयोग सभी को करना चाहिए। माता जी ने समिति के सदस्यों व उपस्थित लोगों को आशीर्वाद देते हुए कहा सभी लोग गोवंश संरक्षण में सहयोग प्रदान करें। जीवदया गौसेवा संस्थान में संघस्थ सविता दीदी बड़ागांव, संघस्थ दीदीजी, कुमकुम जैन, प्राची जैन, नरेन्द्र शास्त्री मबई, अंकित चंदला, अक्षय जैन, शशांक जैन पनवारी, अर्जित आदर्श जैन, पर्वत कुशवाहा आदि अनेक नवयुवक उपस्थित रहे।