लवकुशनगर महाविद्यालय के कम्प्यूटर साइंस के छठे सेमेस्टर का मामला, प्राचार्य ने माना ऋटि हुई, सुधार कराएंगे
छतरपुर•Jul 20, 2019 / 12:56 am•
हामिद खान
Students given exams, university marks the absence of marks
लवकुशनगर. महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई शासकीय महाविद्यालय लवकुशनगर के कम्प्यूटर साइंस के छठवें सेमेस्टर के आठ विद्यार्थियों की अकंसूची में गड़बड़ी है। जिससे इन छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। अंकसूची में छात्रों को एक विषय में एक साथ सभी को अनुपस्थित बता दिया है। वहीं, दूसरे विषय में सभी छात्रों को एक समान अंक दे दिए हैं।
ये है मामला: विद्यार्थियों द्वारा 25 मई 2019 को दी गई आधार (फाउंडेशन) पाठ्यक्रम के पहले पेपर की परीक्षा में सभी परीक्षार्थियों को जारी की गयी अंकसूची में अनुपस्थित बताया जा रहा है। जबकि सभी विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। वहीं, सभी आठ परीक्षार्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा दी गई अंक सूची के कम्प्यूटर साइंस विषय में सभी को एक सामान 39 अंक दिए गए है। शासकीय महाविद्यालय के छात्र अजय त्रिपाठी, आरती चौरसिया, राघवेन्द्र पाल, रानी कुशवाहा, हरगोविन्द प्रजापति, योगेन्द्र कुशवाहा, ज्योति सिंह एवं राहुल सोनी ने बताया कि प्रबंधन की लापरवाही से उनका भविष्य अधर में लटक गया है।
महाराजा छत्रसाल विवि जारी जारी किए गए परीक्षा परिणाम में पिछले साल भी इसी तरह की गलती हुई थी। जिसकी शिकायत के बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन ने अपनी गलती सुधारकर नया परिणाम जारी किया था। लेकिन सवाल ये उठता है, कि ऐसी गंभीर गलती हर साल आखिर हो क्यों रही है।
ऋटि सुधार के लिए भेज रहे पत्र
&विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई अंकसूची में छात्रों को अनुपस्थित बताया गया है। मैं अपने यहां की उपस्थिति के रिकॉर्ड सहित पत्र लिखूंगा। विश्वविद्यालय से इसमें सुधार कराया जाएगा।
अंगद सिंह दोहरे, प्राचार्य, लवकुशनगर महाविद्यालय