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परीक्षा पास नहीं कर पाने वाले शिक्षकों की दोबारा हुई परीक्षा, भोपाल में होगा मूल्यांकन

locationछतरपुरPublished: Oct 22, 2019 07:46:24 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

माध्यमिक व हाईस्कूल के 42 शिक्षकों की ली गई थी परीक्षा फेल होने वाले 13 शिक्षकों की हुई दोबारा परीक्षा ली गई

Teachers have been re-examined

Teachers have been re-examined

छतरपुर। जिले के खराब परीक्षा परिणाम देने वाले शासकीय मिडिल व हाईस्कूल स्कूलों में रिजल्ट सुधार की कवायद की जा रही है। इसके लिए इन स्कूलों के विषय शिक्षकों की परीक्षा ली गई। पहली बार ली गई परीक्षा में 42 शिक्षक शामिल हुए थे, जिनमें से 13 शिक्षक परीक्षा पास नहीं कर पाए, जिसके बाद 18 अक्टूबर को इन 13 शिक्षकों की दोबारा परीक्षा ली गई। इन 13 शिक्षकों की कॉपी भोपाल बुलाई गई है। ताकि उनकी कॉपियों का मूल्यांकन किया जा सके। इस बार भी पास नहीं होने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई हो सकती है।
भोपाल में होगा मूल्यांकन
जिले के जिन शासकीय माध्यमिक व हाईस्कूल का रिजल्ट 30 फीसदी से कम आया था, उन स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के लिए विषय शिक्षकों की परीक्षा ली गई। पहली बार परीक्षा में 42 शिक्षक बैठे, लेकिन उनमें से 13 शिक्षक पास नहीं हो सके। इसके बाद उनकी दोबारा परीक्षा ली गई, जिसकी कॉपियों का मूल्यांकन भोपाल में किया जाएगा। इसके बाद इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार के कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, शिक्षकों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। लेकिन गुणवत्ता नहीं सुधरने पर अब शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी है।
दूरस्थ क्षेत्रों के है स्कूल
जिले के दूरस्थ क्षेत्रों के माध्यमिक व हाईस्कूलों का परीक्षा परिणाम वर्ष 2018-19 में अपेक्षाकृत खराब आया था। ये ऐसे स्कूल हैं, जिनके 30 फीसदी से भी कम बच्चे प्री-बोर्ड और बोर्ड परीक्षा में पास हो सके थे। जबकि दूसरी ओर इस बार जिले से ही प्रदेश की मैरिट में छात्र-छात्राओं ने अपनी जगह बनाई थी। ऐसे में सबसे खराब शैक्षणिक स्तर वाले स्कूलों के परिणाम में सुधार के लिए उन स्कूलों के शिक्षकों की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जा रहा है। शिक्षकों के शैक्षणिक स्तर में कमी के चलते बच्चों के परीक्षा परिणाम प्रभावित न हो इसके लिए इन शिक्षकों को पढ़ाई के काम से हटाया भी जा सकता है।
भोपाल भेज दी कॉपियां
कमजोर रिजल्ट वाले स्कूलों के दो शिक्षक पहली बार परीक्षा पास नहीं कर पाए थे, उनकी 18 अक्टूबर को दोबारा परीक्षा कराई गई है। कॉपियां भोपाल भेजी गई है। आगे की कार्रवाई भोपाल स्तर से होना है।
जेएन चतुर्वेदी, सहायक संचालक

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