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लक्ष्य के करीब हुआ तेंदूपत्ता का संग्रहण,लॉकडाउन के बीच शुरू हुई थी खरीदी

locationछतरपुरPublished: May 28, 2020 06:54:05 pm

Submitted by:

Samved Jain

लक्ष्य के करीब हुआ तेंदूपत्ता का संग्रहण,लॉकडाउन के बीच शुरू हुई थी खरीदी

लक्ष्य के करीब हुआ तेंदूपत्ता का संग्रहण,लॉकडाउन के बीच शुरू हुई थी खरीदी

लक्ष्य के करीब हुआ तेंदूपत्ता का संग्रहण,लॉकडाउन के बीच शुरू हुई थी खरीदी

छतरपुर. लॉक डाउन के बीच शुरू हुआ तेंदूपत्ता संग्रहण इस बार लक्ष्य के करीब पहुंच चुका हैं। समिति स्तर और वन विभाग स्तर पर लगाए गए फड़ों पर भारी मात्रा में तेंदूपत्ता लेकर वन में रहने वाले लोग पहुंचे। जिसकी खरीदी कर बोनस दिया गया। अब तेंदूपत्ता सूखकर भर्ती भी शुरू हो गई हैं।
वनविभाग ने 2020 में करीब 53 हजार मानक बोरा संग्रहण का लक्ष्य निर्धारित किया था। मई के शुरुआत से में खरीदी शुरू होने के बाद से लेकर 28 मई तक करीब 48 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है। जबकि अभी भी फड़ों पर संग्रहण का कार्य जारी हैं। विभाग को लक्ष्य से अधिक संग्रहण की उम्मीद है। तेंदूपत्ता के हिसाब से वनोपज मजूदरों को बोनस भी दिया जा रहा हैं।
लॉक डाउन और गर्मी के बीच हुआ संग्रहण
जिले के बक्स्वाहा, बम्हौरी, घुवारा, बिजावर, बड़ामलहरा, लवकुशनगर, नौगांव, खजुराहो क्षेत्र में सबसे Óयादा तेंदूपत्ता का संग्रहण होता है। इसके अलावा छतरपुर व अन्य जगहों पर कम ही संग्रहण होता है। लॉक डाउन और भीषण गर्मी के बीच बड़ी संख्या में मजदूरों ने जंगल से तेंदूपत्ता को तोड़ा हैं। अभी भी तेंदूपत्ता तोडऩे का काम चल रहा हैं। वनोपज बेचने वाले भागीरथ आदिवासी ने बताया कि जितनी मेहनत और जानवरों के बीच जाकर वह तेंदूपत्ता तोड़कर लाते हैं, उतना बोनस नहीं मिल रहा हैं। लॉक डाउन के बीच खरीदी होने की वजह से सरकारी और ठेके के फड़ों पर तेंदूपत्ता बेचा हैं। बाहर बेचने पर कुछ और मुनाफा हो जाती हैं। हमारी आजीविका इसी से चलती हैं।
कुछ फड़ किए गए बंद, नहीं हुआ परिवहन
जिले में 35 विभाग और 39 ठेके की समितियों द्वारा जिले भर में अलग-अलग वन चौकी क्षेत्र में फड़ लगाकर तेंदूपत्ता का संग्रहण किया हैं। विभाग के फड़ों पर लक्ष्य से अधिक 42 हजार 249 मानक बोरा तेंदूपत्ता की खरीदी हो चुकी है, जबकि ठेके की समितियों द्वारा 5284 मानक बोरा यानि लक्ष्य से आधी खरीदी ही अब तक की हैं। कई फड़ों पर छोटी पत्तियां आने के कारण संग्रहण नहीं किया गया। जिससे वन मजूदर, किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा खरीदी का प्रचार, प्रसार नहीं होने के कारण भी कुछ लोग पहले ही तेंदूपत्ता बेच चुके थे। तेंदूपत्ता संग्रहण के बाद अब तक परिवहन का काम शुरू नहीं हो सका हैं। जबकि अधिकांश फड़ों पर तेंदूपत्ता को सुखाकर बोरों में भरा जा चुका हैं।
वर्जन
तेंदूपत्ता संग्रहण में जिले में हम लक्ष्य के करीब है। सभी फड़ों पर समितियों द्वारा संग्रहण किया गया है। जल्द ही परिवहन भी कराया जाएगा।
संजीव झा, वन मंडल अधिकारी छतरपुर
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