1 मार्च से जिले में वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरु किया गया है। पहले दिन पूर्व पंजीयन न होने से केवल स्पॉट पंजीयन वाले बुजुगो को ही टीका लगाया जा सका। जिससे पहले दिन केवल 202 बुजुर्ग और 09 गंभीर मरीजों का टीकाकरण हो पाया। वहीं, 3 मार्च को दूसरे दिन 697 बुजुर्ग और 45 गंभीर रोगियों ने वैक्सीन लगवाई। तीसरे दिन 4 मार्च को 707 बुजुर्गो और 93 मरीजों ने वैक्सीन का पहला डोज लगवाया। इस तरह से हर दिन टीका लगवाने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। मगंलवार और शुक्रवार के साथ अवकाश के दिन वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है।
ऑ्रलाइन पंजीयन से मिलेगी भीड़ व इंतजार से राहत
सरकार ने सीनियर सिटीजन को भीड़भाड़ से बचाने और एक निश्चित समय पर टीका लगवाने के लिए ऑनलाइन पंजीयन की सुविधा भी दे रखी है। जो लोग अस्पतालों में भीड़ से बचना चाहते हैं वे कोविन डॉट जीओवी डॉट इन पर जाकर अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन कराने पर आपको टीके के लिए दिनांक और समय निर्धारित कर दिया जाएगा। एक मार्च से सीनियर सिटीजन और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को फ्री वैक्सीनेशन जिला अस्पतालों में शुरु हो गया है। धीरे-धीरे इसका दायरा बढ़ाया जा रहा है। मार्च के दूसरे सप्ताह में इसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी आम जनता के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा ताकि गांव-गांव तक नि:शुल्क टीका पहुंच सके।
जिला अस्पताल में टीकाकरण अभियान से जुड़े डॉ. महर्षि ओझा ने बताया कि देश में स्वदेशी टीके की पर्याप्त डोज मौजूद हैं इसलिए टीके के लिए भीड़भाड़ से बचें। उन्होंने कहा कि अब भी कोविड के नियमों का पालन करें। टीका लगवाने के कम से कम आधे घंटे पहले भोजन अवश्य करें। टीका लगने के बाद आधे घंटे तक आराम करें। बुखार आने पर घबराएं नहीं। टीके की दूसरी डोज निर्धारित समय के बाद अवश्य लें।
जिला अस्पताल के टीकाकरण केन्द्र पर आए हैं। बहुत भीड़ हो रही है, इससे लाइन में काफी इंतजार करना पड़ रहा है। भीड़ के कारण हर व्यक्ति का नंबर आने में समय लग रहा है, तब तक बुजुर्ग को परेशानी उठानी पड़ रही है।
शंभ प्रसाद बिलथरे, बुजुर्ग
कौशल्या अग्रवाल, बुजुर्ग