यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं
छतरपुर•Sep 10, 2018 / 12:18 pm•
rafi ahmad Siddqui
The foundation stone of University Building on 29
छतरपुर। लंबी प्रतिक्षा के बाद शहर के महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विवि का शिलन्यास २९ सितंबर को हो सकता है। इस दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जन आर्शीबाद यात्रा लेकर छतरपुर आना है। विवि भवन के शिलन्यास को लेकर यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। यूनिवर्सिटी प्रबंधन का कहना है कि २९ सितंबर को विवि भवन के शिलन्यास की उम्मीद है। इसके बाद भवन निर्माण का काम शुरू हो सकेगा।
शहर के महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विवि का संचालन शहर के महाराजा कॉलेज के कुछ कमरों में किया जा रहा है। तीन साल पहले विवि को शहर के निकट बगौता मौजे में 418 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी। जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी होने के पर शहर के पांच किमी दूर स्थित बगौता मौजे में चार जुलाई 2016 व 10 अगस्त 2016 को दो चरणों में कुछ भूभाग का सीमांकन भी कराया गया था। 418 एकड़ भूमि में से 303 एकड़ भूमि में निर्माण कार्य के लिए सर्वे लोग निर्माण एजेंसी द्वारा किया गया। इसके बाद विवि का स्वयं का भवन बनाने के लिए निर्माण एजेंसी पीआईयू द्वारा दिल्ली के आर्किटेक्चरों से नक्शा तैयार कराया गया। यूनिवर्सिटी प्रबंधन द्वारा भवन निर्माण के लिए शासन को डीपीआर भेज कर १५० करोड़ रुपए की डिमांड की जा चुकी है। हालांकि अभी तक शासन द्वारा बजट की स्वीकृति नहीं दी जा सकी। महाराजा छत्रसाल विवि का प्रशासनिक भवन तीन मंजिला बनना है। जिसमें कुलपति कक्ष, रजिस्ट्रार कक्ष, डिप्टी रजिस्ट्रार कक्ष, हॉल, स्टाफ रूम, आईटी सेल, गोनीय अनुभाग व विभन्न कक्षों का निर्माण होगा। इसके अलावा छह डिपार्टमेंट तैयार होंगे। साथ ही बाउंड्रीबॉल व गेट भी तैयार किया जाएगा। २९ सितंबर को शहर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की जन आर्शीवाद यात्रा आना है। जन आर्शीवाद यात्रा के दौरान महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के भवन निर्माण की आधारशिला रखी जाएगी।
इनका कहना
विवि को आवंटित की गई भूमि पर भवन निर्माण के लिए शिलन्यास कार्यक्रम को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। 29 सितंबर को मुख्यमंत्री को शिवराज सिंह चौहान को जन आर्शीवाद यात्रा लेकर आना है। इसी दिन विवि भवन निर्माण की आधारशिला रखी जाने की उम्मीद है। इसको लेकर स्टेज का प्लेटफार्म बनाने की तैयारियां चल रही हैं। साथ ही उस समय मौसम जैसा रहेगा उसी हिसाब से व्यवस्था की जाएगी।
डॉ. एलएस सोलंकी, कुलसचिव महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विवि छतरपुर