scriptजिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में फिर से उठेगा टैक्सियों का मुद्दा | The issue of taxis will arise again in the meeting of Safety Committee | Patrika News

जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में फिर से उठेगा टैक्सियों का मुद्दा

locationछतरपुरPublished: Oct 16, 2019 07:11:31 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

जाम से राहत दिलाने शहर के ट्रैफिक प्लान में बदलाव की तैयारीतिराहों और चौराहों के आर्किटेक्ट में सुधार करने का भी है प्लान

meeting of District Road Safety Committee

meeting of District Road Safety Committee

छतरपुर। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था इस बार जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का अहम मुद्दा रहने वाली है। इस बार शहर में लगने वाले ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने शहरी व ग्रामीण टैक्सियों के परिमिट व कलर अलग-अलग करने पर मुहर लग सकती है। इसके साथ ही ऑटो स्टैंड को लेकर चिंहित जगहों को फायनल किया जा सकता है। कुल मिलाकर इस बार की बैठक शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए टैक्सियों के संचालन को दुरुस्त करने पर फोकस रहने वाला है। इसके साथ ही जवाहर मार्ग पर डिवाइडरों के गैप वाले स्थानों पर स्पीड ब्रेकर बनाने के निर्णय पर भी मुहर लग सकती है।
शहर की टैक्सियां अलग होंगी
अभी जिला मुख्यालय पर चलने वाले ऑटो टैक्सी और ग्रामीण इलाके में चलने वाले ऑटो के संचालन का एरिया निश्चित नहीं होने से ग्रामीण इलाके की टैक्सियां भी शहर में चलती हैं। इससे सड़क पर टैक्सियों की संख्या बढऩे से ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है। इसलिए अब जिला मुख्यालय पर चलने वाली टैक्सियों के परमिट व कलर अलग करने की तैयारी है, ताकि शहर में अनावश्यक ऑटो प्रवेश न करें। इसके साथ ही सवारियों को बैठाने व उतारने के लिए शहर की सड़कों पर ऑटो कहीं भी खड़े कर दिए जाते हैं। जिससे ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ती है। इसमें सुधार के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा ऑटो स्टैंड के लिए स्थानों का चिंहाकन किया गया है। जिला सड़क सुरक्षा समिति बैठक में उन स्थानों पर ही ऑटो खड़े करने के निर्णय पर मुहर लग सकती है।
जवाहर रोड पर डिवाइडर बनेंगे
शहर से गुजरने वाले दो नेशनल हाइवे रीवा-ग्वालियर और सागर-कानपुर शहर के अंदर जवाहर मार्ग पर एक हो जाते हैं। जवाहर मार्ग से दो नेशनल हाइवे का ट्रैफिक गुजरता है। जिससे इस रोड पर ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने और दुर्घटना रोकने के लिए जहां -जहां डिवाइडर है, वहां स्पीड ब्रेकर बनाने पर भी मुहर लग सकती है। ये स्पीड ब्रेकर इसलिए जरुर माने जा रहे हैं, ताकि नेशनल हाइवे से गुजरने वाले भारी वाहनों की रफ्तार कम रहे। छोटे वाहन डिवाइडर गेप से गुजरते समय नेशनल हाइवे के बड़े वाहनों की चपेट में आने से बच सके।
चौराहो व तिराहों की डिजाइन पर भी फैसला
शहर के आकाशवाणी तिराहा, फब्बारा चौक की रोटरी की डिजाइन के कारण ट्रैफिक व्यवस्था में व्यवधान आता है। ऐसे में इन तिराहों की डिजाइन बदलने को लेकर भी जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में मुद्दा रखा जाना है। इसके साथ ही शहर के अन्य तिराहा और चौराहा पर डिजाइन में चेंज को लेकर भी चर्चा हो सकती है।
टैक्सी संचालन व्यवस्था पर फोकस
शहर में ऑटो के व्यवस्थित संचालन को लेकर कार्ययोजना बनाई गई है। टैक्सी संचालन व्यवस्था में सुधार पर फोकस है। टैक्सी परमिट, कलर, स्टैंड को लेकर मुद्दे बैठक में रखे जाएंगे। जिला सड़क सुरक्षा समिति के निर्णयानुसार कार्य किया जाएगा।
पूर्णिमा मिश्रा, प्रभारी, यातायात
फैक्ट फाइल
रजिस्टर्ड वाहन- 2.50 लाख
नेशनल हाइवे पर ट्रैफिक दबाव- 10 हजार वाहन प्रतिदिन
रजिस्टर्ड टैक्सियों की संख्या-
चल रही टैक्सियां- 1800
ट्रकों की संख्या- 2500
बसों की संख्या-500
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