पुलिस लाइन में पेट्रोल पंप के सामने चौड़ीकरण के बाद हटाए गए बिजली के खंभे का ठूठ बीच सड़क पर आज भी मौजूद हैं। सड़क के बीच लोहे के ठूठ से राहगीर कई वर्षो से परेशान है। आशीष जगधारी ने बताया कि बिजली के खंभे के ठूठ से उनकी कार का टायर फटने से कार अनियंत्रित हो गई थी, गनीमत ये रही कि उस दौरान बगल में कोई वाहन नहीं था। इसी तरह पुलिस लाइन के कंट्रोल रुम के सामने पेड़ का ठूठ कई वर्षो से सड़क के बीच बना हुआ है। जिससे बाइक सवार दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। संजय ने बताया कि पन्ना नाका पर डिवाइडर के छोर पर अक्सर पन्ना रोड से आने वाले वाहने टकरा जाते हैं। लगभग हर 15 से 20 दिन में एक दुर्घटना हो रही है। डिवाइडर शुरु होने का संकेतक न होने से कई बार ड्राइवर डिवाइडर पर ही गाड़ी चढ़ा देते हैं।
बीच सड़क पर छोड़ दी 5 पुलिया
पन्ना नाका से रेलवे स्टेशन तक 3 किलोमीटर की दूरी में सड़क चौड़ीकरण किया गया है, लेकिन इस दूरी में पहले से बनी 5 पुलिया के चौड़ीकरण चार साल बाद भी नहीं हुआ है। सड़क चौड़ीकरण के बाद 20 फीट की रोड 40 फीट कर दी गई। लेकिन आज भी पुलिया 20 फीट की सड़क के मुताबिक है। ऐसे में नेशनल हाइवे की 40 फीट की रोड से तेज गति से गुजरने वाले वाहनों के सामने सड़क पर अचानक पुलिया आने से हादसे की आशंका बनी हुई है। इसके साथ ही सड़क जाम की स्थिति भी बन रही है।
पन्ना नाका के आगे रेडियो कॉलोनी के पहले और फिर कॉलोनी के बाद सड़क चौड़ीकरण के बाद पुलिया बिना चौड़ी किए छोड़ दी गई हैं। इसी तरह सिविल लाइन थाना व वेयर हाउस के बीच भी सड़क पर पुलिया छोड़ दी गई है। इसके बाद छत्रसाल नगर के सामने और फिर ओम सांई राम होटल के बाद दो पुलिया बिना चौड़ी किए छोड़ दी गई हैं। 40 फीट चौड़ी सड़क पर 2.5 किलोमीटर में 5 जगह सड़क 40 फीट से अचानक 20 फीट की हो जा रही है। जिससे बाहर से आने वाले या पहली बार शहर में आने वाले वाहन चालक हादसे का शिकार होते-होते बच जा रहे हैं। लेकिन आधी सड़क पर बनी ये पुलिया चौड़ी नहीं की गई तो किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता है।
नगरपालिका की योजना में कमी के कारण सड़क चौड़ीकरण के साथ ही बिजली के खंभे न हटाए जाने के कारण शहर के लोगों को बिजली के इन खंभों के कारण 2 साल से समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पन्ना रोड पर गल्र्स कॉलेज के गेट से लेकर कलेक्टर बंगला तक अभी भी बिजली के खंभे बीच सड़क पर खड़े हैं।
जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठकों में जिला मुख्यालय पर ब्लैक स्पॉट चिंहत कर उन्हें हटाने का निर्णय लिया गया था। शहर के कुछ मार्गो पर ब्लैक स्पॉट चिंहित भी किए गए, लेकिन उन्हें हटाया नहीं जा सका है। वहीं, पन्ना रोड पर ब्लैक स्पॉट का न चिंहांकन हुआ और न ही उन्हें हटाया गया है।