scriptगंगऊ-बरियारपुर बांध से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा | Two lakh cusecs of water released from Gangau-Bariarpur dam | Patrika News

गंगऊ-बरियारपुर बांध से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा

locationछतरपुरPublished: Aug 19, 2022 04:26:59 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

केन- यमुना उफान पर, बरियारपुर बांध की निगरानी बढ़ाई

 नदी के पास के गांवों में अलर्ट

नदी के पास के गांवों में अलर्ट

छतरपुर. मानसूनी बारिश से जिले का गंगऊ बांध ओवरफ्लो हो गया है। गंगऊ का पानी बरियारपुर बांध में छोड़ा जा रहा है। इन दोनों बांधों का दो लाख क्यूसेक पानी केन नदी में छोड़ा गया है, जिससे नदी का जल स्तर अचानक बढ़ गया है। केन के साथ यमुना का भी उफान पर है। बांधों से पानी छोडने की इस रफ्तार से 24 घंटे में दोनों नदियां खतरे के निशान के ऊपर बहने की आशंका है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक इसके बाद जलस्तर में कमी आने का अनुमान है। नदी किनारे निचले इलाकों के गांवों को अलर्ट किया गया है।
केन्द्रीय जल आयोग ने जताई आशंका
गंगऊ बांध की क्रस्टवाल के ऊपर 2.98 मीटर ऊंची जलधारा से 2 लाख 613 क्यूसेक पानी केन नदी में गिरता रहा। उधर, बरियारपुर बांध में भी लगभग 2 लाख क्यूसेक पानी क्रस्टवाल से उफनाकर केन नदी में आ रहा है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक केन नदी 102 मीटर का पैमाना पार कर गई। 9 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जल स्तर बढऩा जारी है। अगले 24 घंटों में खतरे का निशान 104 मीटर पार कर जाने का अनुमान है।
बरियारपुर बांध की हो रही निगरानी
बारिश से बरियारपुर बांध उफना गया है। बरियारपुर में क्रस्टवाल से पानी केन नदी में डिस्चार्ज हो रहा है। इसे देखते हुए यूपी सिंचाई विभाग ने मुख्य केन नहर चालू कर दी है। अतर्रा और बांदा ब्रांचों में भी पानी छोड़ा जा रहा है। करीब 113 साल पुराने बरियारपुर में निगरानी के लिए सिंचाई विभाग की टीम तैनात कर दी गई है। यह टीम विभाग को हर घंटे बाढ़ की स्थिति की जानकारी देती रहेगी। सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता श्यामजी चौबे ने बताया कि बारिश के कारण बांध उफना रहा है। लगातार निगरानी की जा रही है।

नदी के पास के गांवों में अलर्ट
उधर, प्रशासन ने नदी किनारे बसे निचले क्षेत्रों के गांवों में ग्रामीणों को सावधान किया है। साथ ही बाढ़ सुरक्षा चौकियों में तैनात किए गए कर्मियों को भी अलर्ट रहने के लिए कहा है। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता धीरेंद्र ने बताया कि बांध पर लगातार नजर रखी जा रही है। जलस्तर के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो