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दो माह के शिशु ने पाई कोरोना पर विजय, मां का दूध बना सबसे बड़ा सहारा

locationछतरपुरPublished: Aug 06, 2020 08:45:48 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

अब 43 एक्टिव मरीज, 13 का बाहर चल रहा इलाज

covid-19 update

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छतरपुर। शिशुओं में कोरोना के उच्च जोखिम वाले धारणाओं के विपरीत खजुराहों में दो माह के बच्चे ने कोविड-19 के संक्रमण पर विजय प्राप्त की है। सबसे अहम बात यह है कि इस शिशु के अभिभावकों ने संक्रमण के दौरान भी मां के दूध का महत्व समझा और बच्चे को इससे वंचित नहीं किया। छतरपुर जिले के खजुराहो में रहने वाले एक दंपत्ति जो दिल्ली में काम करते थे, उनके यहां 13 जून को शिशु का जन्म हुआ। उस वक्त मां कोरोना से संक्रमित थी। जन्म के कुछ समय बाद वह अपने गांव लौट आए। एक महीने के बाद जब बच्चा बीमार हुआ तो उसका कोविड टेस्ट करवाया गया। शिशु की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे खजुराहो कोविड केयर सेंटर में रखा गया।
सेंटर के प्रभारी डॉ. विनीत शर्मा ने बताया कि चूंकि छ माह तक शिशु को केवल स्तनपान दिया जाना चाहिए और बच्चा पूरी तरह मां के दूध पर आश्रित था। इसलिए उसकी मां और शिशु के लिए सेंटर में खास इंतजाम किए गए। इलाज के दौरान भी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए शिशु को स्तनपान जारी रखा गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के नियमानुसार भी नवजात को किसी भी अवस्था में मां का दूध देने की अनुशंसा की जाती है और इससे शिशु की रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ती है। इस दंपत्ति ने भी स्तनपान के निर्देशों को माना, उसका पालन किया। इसका नतीजा यह हुआ कि शिशु कोराना संक्रमण से मुक्त हो गया।

कपड़ा कारोबारी सहित तीन नए पॉजिटिव मिले, 10 की छुट्टी
गुरूवार की शाम तक मिले नतीजों के बाद फिलहाल जिले में कोरोना संक्रमण के कुल 43 एक्टिव मरीज रह गए हैं। इनमें से 30 लोगों का उपचार छतरपुर जिले के कोविड सेंटर और अस्पताल में चल रहा है जबकि 13 बुजुर्ग और बीमार मरीजों को इलाज के लिए अन्य शहरों में रेफर किया गया है। गुरूवार को एक बार फिर कोतवाली के समीप कपड़े की दुकान संचालित करने वाले एक 45 वर्षीय कारोबारी सहित तीन नए मरीज मिले जबकि 10 मरीजों की छुट्टी हुई। जिले का रिकवरी रेट अब 86.4 हो गया है।
गंध और स्वाद न मिलने के कारण कराई जांच, निकले संक्रमित
शहर के पिपरसानियां मोहल्ले में रहने वाले 45 वर्षीय कपड़ा कारोबारी कोतवाली के समीप उपभोक्ता भण्डार बिल्डिंग में साड़ी की दुकान संचालित करते हैं। पिछले कुछ दिनों से उन्हें खाने में स्वाद और गंध महसूस नहीं हो रही थी जिस कारण उन्होंने जिला अस्पताल के फीवर क्लीनिक पहुंचकर बुधनवार को सैंपल दिया था। उनके सैंपल का नतीजा गुरूवार को प्राप्त हुआ जिसमें वे कोरोना संक्रमित पाए गए। इसी तरह शहर के सटई रोड पर सीनिट्स कॉलोनी में रहने वाले एक 60 वर्षीय व्यक्ति अपनी अन्य बीमारी का इलाज कराने के लिए बाहर जाने वाले थे इसके पूर्व उन्होंने छतरपुर में जब कोरोना का टेस्ट कराया तो वे पॉजिटिव पाए गए। एक अन्य मामला मऊदरवाजा से सामने आया है। जहां विगत दिवस एक महिला और उसकी बेटी पॉजिटिव पाई गई थी, अब इस महिला के 48 वर्षीय पति पॉजिटिव पाए गए हैं। मऊदरवाजा निवासी उक्त व्यक्ति प्रिटिंग प्रेस कारोबारी हैं। उनकी पत्नी और 16 वर्षीय बेटी पहले से ही महोबा रोड कोविड केयर सेंटर में इलाजरत हैं अब इन्हें भी वहीं भर्ती किया गया है।
छुट्टी मिलने के बाद मरीज ने पढ़ी कविता, दूसरों को दी प्रेरणा
गुरूवार को छतरपुर के विभिन्न कोविड केयर सेंटर में भर्ती 9 एवं सागर में भर्ती एक मरीज को कोरोना को परास्त कर मुक्त हुए। महोबा रोड कोविड केयर सेंटर में कोरोना को मात देने के बाद एक नौजवान ने कैमरे के सामने कोरोना संक्रमण की अपनी पूरी परेशानियों और उससे मुकाबले की कहानी को एक कविता के रूप में प्रस्तुत किया। उक्त युवक ने प्रशासनिक और कोरोना वॉरियर के इंतजामों की तारीफ कर दूसरों को भी इस बीमारी से लडऩे की प्रेरणा दी।
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