कार्यक्रम में महाराजपुर विधायक नीरज दीक्षित ने अपने विचार रखते हुए कहा कि संतों के मार्गदर्शन से व्यक्ति का जीवन सद्मार्ग पर चलता है। संतों की अनुपम कृपा है कि आज विधायक आलोक चतुर्वेदी छतरपुर को यह सौगात दे रहे हैं। कार्यक्रम में उद्बोधन के पूर्व सन्तों ने द्वार पूजन और रिविन काटकर पहले रसोई का शुभारंभ किया तदोपरांत रसोई में ही माँ अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा की गई। संतों ने पौधरोपण किया और इसके बाद कन्याभोज के साथ भंडारा प्रारंभ हुआ। तदोपरान्त जिले भर से आये साधु, संतों का भंडारा हुआ और फिर जनमानस ने प्रसाद ग्रहण किया। संतों का स्वागत खेलग्राम परिवार ने किया आभार प्रदर्शन निखिल चतुर्वेदी और सियाराम रावत ने किया जबकि संचालन प्रभात अग्रवाल के द्वारा किया गया।
रसोई के शुभारंभ अवसर पर कार्यक्रम के आयोजन विधायक आलोक चतुर्वेदी पज्जन भैया ने कहा कि अब लोग कहेंगे कि छतरपुर एक ऐसा शहर है जो अपने यहां आने वालों को, गरीबों, बेसहारा, असहाय लोगों को भूखा नही रखता। एक जगह ऐसी है जहां शगुन का एक रुपया देकर भरपेट भोजन की तृप्ति मिलती है। एक रुपये इसीलिए लिया जा रहा है ताकि किसी के स्वाभिमान को चोट न पहुंच कि वह मुफ्त में खाना खा रहा है। उन्होंने कहा कि हम जब इस सेवा को शुरू करने का विचार कर रहे थे तब हमने इसकी जरूरत को पहचाना, हमने पाया की शहर के मंदिरों के बाहर ऐसे लोगों की बहुत बड़ी संख्या है जो एक वक्त के भोजन के लिए भी सहायता करने वालों का इंतजार करते रहते हैं। मजदूर, रिक्शा चालक, गरीब तबका जो दिन भर में 100 से 200 रुपये कमाता है वह 100 रुपये का भोजन करने के पहले कई बार सोचता है। इसी तरह अस्पताल, तहसील, अदालत में आने वाले जिले भर के लोग हों या बस स्टैंड पर आने वाले गरीब मुसाफिर हों उनकी बहुत बड़ी संख्या है जो खाने के लिए परेशान रहते हैं। ऐसे लगभग 500 से 1000 लोग हैं जो रोज सस्ते भोजन की आवश्यकता से गुजरते हैं। ऐसे लोगों के लिए यह रसोई वरदान बनेगी, ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है।