script४ दिन में 2 लाख घरों तक दस्तक, 7 लाख से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग | Up to 2 lakh homes knocked in 7 days, screening over 7 lakh people | Patrika News

४ दिन में 2 लाख घरों तक दस्तक, 7 लाख से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग

locationछतरपुरPublished: Jul 05, 2020 08:46:33 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

किल कोरोना अभियान के पहले 4 दिन में मिले 2200 सर्दी, जुकाम-बुखार पीडि़तसर्वे में मिल रहे संदिग्धों के लिए जा रहे सैंपल, जिले में तीसरी बार हो रही स्क्रीनिंग

kill corona campaign

kill corona campaign

छतरपुर। कोरोना के खिलाफ राज्य स्तर पर चलाए जा रहे किल कोरोना अभियान के तहत स्वास्थ विभाग की 279 टीमों ने छतरपुर जिले के 2 लाख 9हजार 482 घरों में दस्तक दी है। 1 जुलाई से 4 जुलाई तक जिले के 7 लाख 47 हजार लोगों की स्क्रीनिंग और हेल्थ सर्वे किया गया। इस दौरान 2200 लोग ऐसे मिले जिनमें सर्दी- खांसी और बुखार जैसे लक्षण थे। सर्वे के दौरान मलेरिया के 83 केस भी चिंहित किए गए हैं। फ्लू के लक्षण वाले और मलेरिया पीडि़त लोगों को दवा देकर उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है। जहां स्थिति संदिग्ध लग रही वहां, स्वास्थ दल सैंपल भी ले रहा है। जिले में स्क्रीनिंग का तीसरा दौर चल रहा है, जिसमें जिले के 20 लाख लोगों तक पहुंचकर उनका स्वास्थ सर्वे और स्क्रीनिंग होनी है, ताकि कोरोना की समय से पहचान कर इलाज किया जाए। कोरोना की कड़ी को तोडऩे के लिए गांव-गांव में स्वास्थ दल सक्रिय किए गए हैं।
बुखार वालों का ले रहे सैंपल
स्वास्थ्य विभाग भोपाल से छतरपुर जिला महामारी प्रभारी बनाए गए डॉ. आशीष जैन ने बताया कि 7 लाख से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है, 20 लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग करना है। समय से टारगेट पूरा करने के लिए 276 दल लगातार फील्ड में काम कर रहे हैं। सर्वे में जिन्हें 7 दिन से ज्यादा समय से बुखार आ रहा है, उनके सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। अभी तक सर्वे में एक भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है।
ट्रू नॉट लैब टैस्टिंग में प्रदेश में दूसरे स्थान पर
डॉ. शरद चौरसिया ने बताया कि कोरोना संक्रमण के लिए प्रदेश के 51 जिलों में टू नॉट मशीन से लैब टेस्टिंग की जा रही है। छतरपुर प्रदेश में दूसरे नंबर का जिला है, जो ट्रू नॉट से सबसे ज्यादा स्बाव सैंपल टेस्टिंग कर रहा है। जिला अस्पताल में लगाई गई ट्रू नॉट मशीन रोजाना 30 सैंपल की जांच कर रही है। 28 मई को मशीन को इंस्टॉल किया गया, 36 दिन में मशीन से 894 सैंपल की जांच की गई है। कोरोना की पहचान करने और प्रारंभिक स्टेज पर ही मरीज का इलाज होने से मरीज के स्वस्थ होने की संभावना ज्यादा हो जाती है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो