video नवजात को घर के दरवाजा के बाहर चबूतरे पर छोड़ गए अज्ञात लोग
छतरपुरPublished: Feb 13, 2019 05:59:17 pm
सूचना पर पहुंची डायल-१०० ने पहुंचाया जिला अस्पताल
video नवजात को घर के दरवाजा के बाहर चबूतरे पर छोड़ गए अज्ञात लोग
उन्नत पचौरी
छतरपुर। नौगांव थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक- १ पिपरी में आधी रात से बच्चे के रोने की आ रही थी। काफी देर तक रोने की आवाज बंद नहीं हुई तो लोगों ने घर के बाहर निकलकर देखा। एक घर के बाहर चबूतरे से पर प्लास्टिक की बोरी में लिपटा हुआ एक नवजात रो रहा था। मौके पर पहुंचे लोगों ने मासूम को देखा तो हैरान रह गए। तुरंत उन्होंने इसकी सूचना पुलिस की डायल-१०० सेवा को दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची डायल-१०० के कर्मी कॉन्स्टेबल गणेश और पायलट यशवंत नवजात को लेकर नौगांव अस्पताल पहुंचे। जहां पर मौजुद डॉक्टरों द्वारा उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जहां पर जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया। यहां पर मौजूद डॉक्टर ने बताया कि नवजात पूरी तरह से स्वास्थ्य है और सुरक्षित है।
जानकारी के अनुसार नगर के वार्ड क्रमांक एक पिपरी के मस्जिद के सामने बने नेक मोहम्मद और इस्लाम खान के घर के बाहर मंगलवार की रात करीब दो बजे से किसी बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी। जिस पर नेक मोहम्मद और इस्लाम खान को लगा कि पास में जंगल लगा है शायद किसी पशु का बच्चा रो रहा होगा। लेकिन सुबह करीब ४ बजे तक बच्चे के रोने की आवाजें लगातार आती रही। जिस पर नेक मोहम्मद, इस्लाम खान, सुन्नो व रेहाना बेगम अपने घर के बाहर निकले और देखा तो उसके घर के चबूतरे पर प्लास्टिक की बोरी में लिपटा एक नवजात रो रहा था। उसके शरीर का कुछ हिस्सा बोरी के बाहर था। जिसे देख उन्होंने आस-पास के रहने वाले लोगों को बुलाया और बच्चे की जानकारी दी। तब लोगों ने डायल-१०० को मामले की सूचना दी गई। मौके पर पहुंची डायल-१०० द्वारा नवजसत बच्चे को लेकर करीब साढ़े पांच बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां पर डॉक्टर ने नवजात के शरीर में डिलेवरी के दौरान लगे खून को साफ किया और जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। १०८ एंबुलेंस द्वारा करीब ७.५७ बजे जिला अस्पताल लाया गया। जहां पर उसे गहन शिशु रोग वार्ड (एसएनसीयू) के आऊट बोर्न यूनिट में भर्ती कराया गया। जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में मौजूद डॉक्टर ने बताया कि बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य है। वहीं पिपरी के रहने वाले लोगों का कहना है कि जिसका भी बच्चा है वह बच्चे को मारना नहीं चाहता होगा तभी वह मस्जिद के पास घर के बाहर छोड़कर गया था।