छतरपुरPublished: Mar 18, 2019 01:34:42 am
नितिन सदाफल
अंतिम चरण में पाइप लाइन व पानी टंकी निर्माण का कार्य, पेयजल योजना का अस्सी फीसदी कार्य हुआ पूरा
Wan Sujara dam water reach to 120 villages
बड़ामलहरा. छतरपुर-टीकमगढ जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सरकार ने करोडों रुपये खर्च करके धसान नदी का पानी लोगों के लिए उपलब्ध कराने की योजना पर काम किया है। 107 करोड रुपए की लागत से टीकमगढ जिला स्थित जतारा, पलेरा, बल्देवगढ और खरगापुर तहसील के 830 किमी क्षेत्र में नहर बनाकर खेतों तक पानी पहुंचाया जा रहा है, वहीं 187 करोड रुपए की जलावर्धन योजना तैयार कर वान- सुजारा बांध से बडामलहरा विकासखंड के 120 गांव में पीने का पानी पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना पर कार्य चल रहा है।
ग्रामीण जल प्रदाय योजना के तहत कार्य कर रही एलएनटी कंपनी के कर्मियों ने बताया कि वान-सुजारा परियोजना से टीकमगढ और छतरपुर दोनों जिले के लोग लाभांवित हो रहे है। जल्दी की बड़ामलहरा विकासखंड क्षेत्र के 120 गांव में वानसुजारा का पानी पहुंचेगा। गांव में पानी टंकियों का निर्माण, पाइपलाइन बिछाने का कार्य, नल फिटिंग और फिल्टर प्लांट निर्माण कार्य अंतिम चरण में हैं। उन्होनें बताया कि अब तक 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। दावा है कि, आगामी छ महीने के अंदर शेष कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
नदी का किया गहरीकरण- ग्राम सेंधपा स्थित काठन नदी में रविवार को एलएनटी कंपनी कर्मियों ने नदी की गंदगी को बाहर निकालकर प्रदूषण मुक्त किया। साथ ही, नदी में जेसीबी मशीन चलाकर घाट व नदी का गहरीकरण किया। कंपनी के 2 दर्जन से अधिक कर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से नदी को संवारनें की दिशा में एक सकारात्मक पहल शुरु की। देवी देवताओं की प्रतिमाओं के विसर्जन का अवशेष, गांव का कचरा-कूडा, पुराने व उपयोगहीन कपडे, पॉलीथिन नदी में जाने से जल प्रदूषित हो रहा है। सुबह 9 बजे से तीन घंटे तक चले सफाई अभियान के दौरान करीब 5 सौ वर्ग मीटर हिस्सा से गंदगी हटाई गई। कंपनी के प्रोजेक्ट मैंनेजर देवनाथ मंडल ने बताया कि, विश्व जल दिवस के अवसर पर एक दिवसीय अभियान चलाकर नदी के जल को उपयोग लायक बनाने का प्रयास किया है। उन्होनें बताया कि कंपनी द्वारा देश के 2 सौ जल स्रोतों की साफ-सफाई की जा रही है। आगामी 22 मार्च को समूचे विश्व में जल दिवस मनाया जाएगा।