अलगे सप्ताह से रोजाना होगी शहर में पानी की सप्लाई
छतरपुरPublished: Apr 23, 2019 07:59:25 pm
अभी 6 टंकियों से हो रही पानी सप्लाई, भंडारण क्षमता का पूरा उपयोग करके बढ़ाएंगे सप्लाई7 नई टंकियों का भी चल रहा निर्माण,बूढ़ा बांध में शुरु हुआ ट्रीटमेंट प्लांट का काम
The work of the treatment plant started
छतरपुर। शहर में पेयजल संकट से निपटने के लिए एक साथ कई योजनाओं पर काम चल रहा है, वर्तमान में शहर में एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई की जा रही है। जिसे एक सप्ताह के अंदर रोजाना किए जाने की तैयारी है। शहर में अभी 6 पानी टंकियों से पानी की सप्लाई की जा रही है। वहीं 7 टंकियों का निर्माण कार्य चल रहा है। जिनमें से कुछ का काम पूरा भी हो चुका है। इसके साथ ही धसान नदी के पचेरघाट में संपवेल स्टोर टैंक की सफाई की गई है और एक नया संपवेल स्टोर टैंक का निर्माण भी किया जा रहा है। जिसमें 8 लाख लीटर पानी स्टोर करने की क्षमता रहेगी। वहीं हनुमान टौरिया और देरी रोड एफएम टावर के पास वाली टंकियों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। जिसको 7 दिवस के अंदर हैंडओवर करके शहर में पानी सप्लाई की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इसके बाद से शहर के लोगों को प्रतिदिन पानी मिल सकेगा। कलेक्टर मोहित बुंदस ने बताया कि, प्रयास किया जा रहा है कि 1 दिन में दो बार लोगों तक पीने के पानी को पहुंचाया जा सके।
फुल भरने लगी पुरानी टंकियां
कलेक्टर मोहित बुंदस के की निगरानी में नगर पालिका सीएमओ अरुण पटेरिया, परियोजना अधिकारी निरंकार पाठक और नगर पालिका मैं इंजीनियर अंकित अरजरिया सहित तमाम अधिकारी प्रतिदिन काम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। बूढ़ा बांध में ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण का काम शुरु किया गया है। इसके साथ ही शहर की पुरानी 6 टंकियों को फुल भरने की शुरुआत सोमवार से कर दी गई है। टंकिया फुल भरने से दूर तक के घरों में पानी की सप्लाई पर्याप्त मात्रा में हो सकेगी। इसके साथ ही अमृत योजना के काम में तेजी लाने के लिए मिशन के नोडल अधिकारी और नगरपालिका के अधिकारियों के बीच बैठक कर रणनीति बनाई गई है। कलेक्टर मोहित बुंदस ने ईशानगर क्षेत्र के पचेर घाट पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। उन्होंने 16 एमएलडी क्षमता के जल संयंत्र में लगे मशीनी उपकरणों के बारे में कर्मचारियों से जानकारी ली और अपने सामने टरबाइन डलवाया।
क्षमता बढ़ाने के लिए 7 टंकियों का निर्माण
शहर में अलग-अलग स्थानों पर टंकियों का निर्माण कार्य भी जारी है, जिसमें एफएम टावर के पास देरी रोड मेंं टंकी का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी पानी संग्रह करने की क्षमता 14 लाख लीटर है, वही हनुमान टोरिया में टंकी का निर्माण किया जा रहा है जिसकी पानी संग्रह की क्षमता 5 लाख लीटर है। बगोता पहाड़ी पर भी टंकी का निर्माण किया जा रहा है जिसकी पानी संग्रह की क्षमता 8 लाख लीटर है, छत्रसाल नगर में भी टंकी का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी पानी संग्रह की क्षमता 4 लाख 50 हजार लीटर है। सीताराम कॉलोनी में टंकी का निर्माण जारी है जिसमें पानी संग्रह की छमता ढाई लाख लीटर है । फूला देवी मंदिर टंकी के पानी संग्रह की क्षमता 8 लाख लीटर है, ट्रांसपोर्ट नगर में भी पानी की टंकी का निर्माण किया जा रहा है जिसकी पानी संग्रह की क्षमता 4 लाख 50 हजार लीटर है।
अभी 6 टंकियों से हो रही सप्लाई
वर्तमान में शहर में 6 टंकियों से पानी सप्लाई की जा रही है, जिसमें डेरापहाड़ी की टंकी से 225 किलोलीटर पानी स्टोर किया जा रहा है वही हनुमान टौरिया टंकी क्षमता 675 किलोलीटर है महल रोड की टंकी की छमता 900 किलोलीटर है, जान राय टौरिया की टंकी की छमता 1800 किलोलीटर है वही वेयरहाउस की टंकी की छमता 250 किलोलीटर है और अनगढ़ की टोरिया की टंकी की छमता 300 किलोलीटर है वहीं इसके अलावा नलकूप पावर पंप कुल 13 है जिनमें से 9 चालू है एवं 4 बंद है जो बंद नलकूप है उनको चालू करने का प्रयास भी तेजी से चल रहा है वहीं वर्तमान में मोटे के महावीर में पानी स्टोर टैंक बनाया जा रहा है, जिसमें 23 लाख लीटर पानी संग्रह किया जाएगा, वही पुराना स्टोर टैंक भी है, जो उसमें अभी 4 लाख 50 हजार लीटर पानी का संग्रह हो रहा है, 6 ओवरहेक टैंक बनाए जाने हैं, जिसमें लगभग 6 हजार 399 किलोलीटर पानी मिलेगा।
रोज मिलेगा पानी
हमारा प्रयास व तैयारी है कि, एक सप्ताह में शहर के नलों से पानी की सप्लाई रोजाना होने लगे। इसके लिए पचेर घाट पर काम कराया गया है। संपवेल व पानी की टंकियों की पूरी क्षमता का उपयोग शुरु किया गया है। इसके साथ ही अमृत मिशन के तहत हो रहे काम में भी तेजी लाई गई है।
अरुण पटेरिया, सीएमओ , नगरपालिका