हमने राजनीति लेने की नहीं देने की राजनीति शुरू की : पुष्पेंद्र
छतरपुरPublished: Sep 19, 2019 08:38:58 pm
बुंदेली लोकगीत सम्राट देशराज पटैरिया के गीतों से गूंजा मेला- श्रोताओं ने लिया बुन्देली लोकगीतों का आंनद
छतरपुर। हमने एक नए तरीके की राजनीति प्रारंभ की है जिसका लाभ जनता को मिल रहा है, जो नेता पहले जनता के बीच पहुंचकर उनसे धन लेकर अपनी राजनीति करते थे, वह अब देना सीख रहेे हैं। हमने नेताओं को मजबूर किया समाजसेवा के लिए, जरूरतमंदों की मदद के लिए। अब जिले में नेताओं में प्रतिस्पर्धा सी चल पड़ी है, जो भी राजनीति में सकिय रहना चाहते हैं। वह अब धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जुड़कर जनता की सेवा के लिए आगे आ रहा है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह ने 76वें श्रावण द्वादशी मां अन्नपूर्णा मेला जलबिहार महोत्सव की नवमीं शाम मंच से कही। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता बुन्देली लोकगीत सम्राट पं. देशराज पटैरिया ने की।
मां अन्नपूर्णा की महाआरती में मुख्य यजमान देवेन्द्र अग्रवाल एवं पट्टू अग्रवाल, प्रशांत महतों, पुष्पेन्द्र सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुजन शामिल हुए तथा भजन गायक प्रमोद तिवारी ने अपनी सुमुधर वाणी से महाआरती एवं भजनों की प्रस्तुति दी। राजेन्द्र नीखरा द्वारा सौभाग्यवती महिलाओं के लिए श्रृंगार का वितरण मंदिर से कराया गया। कार्यक्रम में पुष्पेंद्रप्रताप सिंह ने कहा कि जब में मेला में पहली बार आए थे तब और अब की स्थिति में बहुत अंतर आ गया है। अब मेला में वैभव देख रहा है। हमारा जीवन स्वच्छ राजनीति के साथ सेवा कार्य के लिए समर्पित है। हमने लगभग 20 हजार कन्याओं के विवाह में मदद की है। हमारे दरवाजे 24 घंटे जरूरतमदों के लिए खुले है। उन्होंने मेला समिति को आर्थिक सहयोग करते हुए 25 हजार की राशि का चेक दिया।
जलबिहार महोत्सव के महासचिव दिलीप सेन ने बताया कि जलबिहार महोत्सव में पं. देशराज पटैरिया एवं जयप्रकाश पटैरिया, शशि द्विवेदी, दशरथ रजक, पिक्कू सोनी सहित अन्य साथी कलाकारों द्वारा मंच के माध्यम से एक बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रम के संयोजक दयाशंकर अवस्थी ने मंचासीन कलाकारों का तिलक लगाकर सम्मान किया। मुख्य अतिथि द्वारा बुन्देली लोकगीत सम्राट पं. देशराज पटैरिया का मंच से सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि को मेला समिति की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।