नेशनल हाइवे पर तीन दिन बाजार से जाम
सप्ताह में तीन बार रविवार, गुरुवार और शुक्रवार को साप्ताहिक सब्जी बाजार नेशनल हाइवे किनारे लगता है। रविवार को साप्ताहिक बाजार के लिए मेला ग्राउंड में जगह निर्धारित हैं, लेकिन मेला ग्राउंड के अलावा छत्रसाल चौक से लेकर आकाशवाणी तिराहा तक नेशनल हाइवे के किनारे ही सब्जी की दुकानें सुबह से ही सज जाती है। सड़क किनारे सब्जी की दुकानें और खरीददारी के लिए आने वाले लोगों के वाहन भी सड़क पर ही पार्क होने से दिनभर जाम की स्थिति रहती है। ये हालात तब हैं, जब रविवार को साप्ताहिक अवकाश का दिन है। बाजार इलाके में वाहन पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में लोग अपने वाहन सड़क के दोनों किनारों पर खड़े कर देते हैं। इससे हादसे का भय भी बना रहता है। ऐसा ही हाल शुक्रवार के साप्ताहिक बाजार के दिन भी रहता है। नेशनल हाइवे के किनारे पन्ना नाका से पुलिस लाइन रोड और गल्र्स कॉलेज के पास तक सब्जी बाजार लगता है। ठीक यही हालात गुरुवार को महोबा रोड पर लगने वाले साप्ताहिक बाजार के दिन भी होता है। महोबा रोड पर गुरुद्वारा के पास से लेकर मारुती शोरुम तक सड़क के किनारे ही सब्जी बाजार लगता है। इसी दौरान यहां से भारी, मध्यम वाहनों को आना जाना भी होता है, जिससे जाम और दुर्घटना के हालात बन जाते हैं।
सप्ताह में तीन बार रविवार, गुरुवार और शुक्रवार को साप्ताहिक सब्जी बाजार नेशनल हाइवे किनारे लगता है। रविवार को साप्ताहिक बाजार के लिए मेला ग्राउंड में जगह निर्धारित हैं, लेकिन मेला ग्राउंड के अलावा छत्रसाल चौक से लेकर आकाशवाणी तिराहा तक नेशनल हाइवे के किनारे ही सब्जी की दुकानें सुबह से ही सज जाती है। सड़क किनारे सब्जी की दुकानें और खरीददारी के लिए आने वाले लोगों के वाहन भी सड़क पर ही पार्क होने से दिनभर जाम की स्थिति रहती है। ये हालात तब हैं, जब रविवार को साप्ताहिक अवकाश का दिन है। बाजार इलाके में वाहन पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में लोग अपने वाहन सड़क के दोनों किनारों पर खड़े कर देते हैं। इससे हादसे का भय भी बना रहता है। ऐसा ही हाल शुक्रवार के साप्ताहिक बाजार के दिन भी रहता है। नेशनल हाइवे के किनारे पन्ना नाका से पुलिस लाइन रोड और गल्र्स कॉलेज के पास तक सब्जी बाजार लगता है। ठीक यही हालात गुरुवार को महोबा रोड पर लगने वाले साप्ताहिक बाजार के दिन भी होता है। महोबा रोड पर गुरुद्वारा के पास से लेकर मारुती शोरुम तक सड़क के किनारे ही सब्जी बाजार लगता है। इसी दौरान यहां से भारी, मध्यम वाहनों को आना जाना भी होता है, जिससे जाम और दुर्घटना के हालात बन जाते हैं।
चार दिन अन्य सड़कों पर बाजार से जाम
नेशनल हाइवे पर तीन दिन बाजार लगने के अलावा चार दिन अलग-अलग जगह सब्जी बाजार लगते हैं। सोमवार को सटई रोड पर सब्जी बाजार लगता है। ये पूरा बाजार ही सड़क के दोनों किनारे लगता है। खरीददारी करने आने वाले लोग सड़क पर ही वाहन पार्क करते और सड़क पर खड़े होकर खरीददारी करते हैं। दोपहर से देर शाम तक इस सड़क पर साप्ताहिक सब्जी बाजार के कारण जाम लगा रहता है। चार पहिया वाहन लेकर निकलना मुश्किल होता है। इसी तरह से मंगलवार को पठापुर रोड पर सब्जी बाजार लगता है। एक बड़ी आबादी को जोडऩे वाली इस सड़क पर सब्जी बाजार लगने से लोगों को दिनभर जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। बुधवार को गल्लामंड़ी में लगने वाला साप्ताहिक बाजार कई दशकों से लग रहा है। इसके लिए रामचरित मानस प्रांगण में जगह भी आरक्षित है, लेकिन आबादी बढऩे के साथ बाजार का आकार बढ़ गया और आधा बाजार गल्ला मंड़ी रोड पर ही लगने लगा। बाजार वाला इलाका होने के कारण इस सड़क पर ट्रैफिक का दबाव हमेशा रहता है। लेकिन बुधवार को इस रोड से निकलना बहुत मुश्किल होती है। इसी तरह शनिवार को संकट मोचन रोड पर साप्ताहिक सब्जी बाजार लगता है। शहर को बाइपास से जोडऩे वाली इस सड़क पर शनिवार के दिन वाहन लेकर चलना संभव नहीं हो पाता है। सकरी सड़क पर ही सब्जी दुकान और लोग रहते हैं। जिससे पूरे दिन इस सड़क पर आवागमन नहीं हो पाता है।
नेशनल हाइवे पर तीन दिन बाजार लगने के अलावा चार दिन अलग-अलग जगह सब्जी बाजार लगते हैं। सोमवार को सटई रोड पर सब्जी बाजार लगता है। ये पूरा बाजार ही सड़क के दोनों किनारे लगता है। खरीददारी करने आने वाले लोग सड़क पर ही वाहन पार्क करते और सड़क पर खड़े होकर खरीददारी करते हैं। दोपहर से देर शाम तक इस सड़क पर साप्ताहिक सब्जी बाजार के कारण जाम लगा रहता है। चार पहिया वाहन लेकर निकलना मुश्किल होता है। इसी तरह से मंगलवार को पठापुर रोड पर सब्जी बाजार लगता है। एक बड़ी आबादी को जोडऩे वाली इस सड़क पर सब्जी बाजार लगने से लोगों को दिनभर जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। बुधवार को गल्लामंड़ी में लगने वाला साप्ताहिक बाजार कई दशकों से लग रहा है। इसके लिए रामचरित मानस प्रांगण में जगह भी आरक्षित है, लेकिन आबादी बढऩे के साथ बाजार का आकार बढ़ गया और आधा बाजार गल्ला मंड़ी रोड पर ही लगने लगा। बाजार वाला इलाका होने के कारण इस सड़क पर ट्रैफिक का दबाव हमेशा रहता है। लेकिन बुधवार को इस रोड से निकलना बहुत मुश्किल होती है। इसी तरह शनिवार को संकट मोचन रोड पर साप्ताहिक सब्जी बाजार लगता है। शहर को बाइपास से जोडऩे वाली इस सड़क पर शनिवार के दिन वाहन लेकर चलना संभव नहीं हो पाता है। सकरी सड़क पर ही सब्जी दुकान और लोग रहते हैं। जिससे पूरे दिन इस सड़क पर आवागमन नहीं हो पाता है।
ये कहना है लोगों का
सागर रोड निवासी ओमकार का कहना है कि, रविवार का बाजार सड़क किनारे लगने से रविवार को छत्रसाल चौक, बिजावर नाका, आकाशवाणी तिराहा इलाके में आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं महोबा रोड के निवासी महेन्द्र चौरसिया का कहना है, कि गुरुवार को महोबा रोड पर सब्जी की दुकाने लगने से वहां गुजरते समय सावधानी रखने के वाबजूद वाहन किसी न किसी से टच हो ही जाता है, जिससे विवाद की स्थिति बन जाती है। पन्ना रोड निवासी आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि, शुक्रवार को साप्ताहिक बाजार सड़क पर लगने से दिन भर ट्रैफिक जाम लगता है।
सागर रोड निवासी ओमकार का कहना है कि, रविवार का बाजार सड़क किनारे लगने से रविवार को छत्रसाल चौक, बिजावर नाका, आकाशवाणी तिराहा इलाके में आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं महोबा रोड के निवासी महेन्द्र चौरसिया का कहना है, कि गुरुवार को महोबा रोड पर सब्जी की दुकाने लगने से वहां गुजरते समय सावधानी रखने के वाबजूद वाहन किसी न किसी से टच हो ही जाता है, जिससे विवाद की स्थिति बन जाती है। पन्ना रोड निवासी आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि, शुक्रवार को साप्ताहिक बाजार सड़क पर लगने से दिन भर ट्रैफिक जाम लगता है।
फैक्ट फाइल
साप्ताहिक बाजार – 7
नेशनल हाइवे पर बाजार – 3
अन्य सड़कों पर बाजार- 4
साप्ताहिक बाजार – 7
नेशनल हाइवे पर बाजार – 3
अन्य सड़कों पर बाजार- 4