गौरतलब है कि लवकुशनगर इलाके के कटहरा में एमपी फार्चून की ग्रेनाइट खदान है। मध्यप्रदेश खनिज विकास निगम की इस खदान को फार्चून स्टोन ने ज्वाइंट वेंचर में संचालन के लिए लिया हुआ है। सरकारी हिस्सेदारी वाली इस खदान के मजदूरों को कोरोना संकट शुरु होने पर जून 2020 में नौकरी से निकाल दिया गया था। जिसके बाद 7 मजदूर श्रम पदाधिकारी (केन्द्रीय) सतना में 19 महीने तक केस लड़ते रहे। श्रम न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद कंपनी ने मजदूरों को दोबारा काम पर रखने का लिखित आश्वासन दिया। लेकिन एक महीने के अंदर ही मजदूरों को दिल्ली और उदयपुर ट्रांसफर का लेटर थमा दिया। जिसका मजदूर विरोध कर रहे हैं।
मजदूर चरण सिंह, रामविशाल व महाप्रसाद ने बताया कि कंपनी कटहरा खदान में काम होने की बात कह रही है। जबकि उन्होंने आज ही खदान में काम संचालित होने का वीडियो बनाया है। मजदूरों का दावा है कि कंपनी बहाने बना रही है। जबकि काम लगातार चल रही है। वहीं, जिला खनिज अधिकारी अमित मिश्रा ने बताया कि ज्वाइंट वेंचर वाली कंपनी काम कर रही है। काम बंद होने की मुझे कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि मजदूरों के हितों का ख्याल रखा जाए, इसके लिए वे कंपनी के मैनेजर से बात भी करेंगे।