उमरानाला. समीपस्थ ग्राम महलपुर निवासी एक किसान की नाव डैम से चोरी हो गई। उक्त किसान रोजाना डैम के उस पार अपने खेत जाने एवं निजी काम के लिए इस नाव का उपयोग करता था।
मिली जानकारी के अनुसार महलपुर निवासी किसान बीपत गोयरे रोजाना की तरह नाव सारोठ डैम के समीप 29 अगस्त की शाम को भी खड़ी करके घर चले गए थे दूसरे दिन सुबह जब वे खेत जाने के लिए डैम के समीप पहुंचे तो वहां नाव दिखाई नहीं दी। डैम के आसपास काफी तलाश की गई लेकिन नहीं मिल पाई। किसान ने तीन-चार दिनों तक गांवों में पता लगाया लेकिन नाव के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है।
मछुआरों से विवाद पर संदेह: मत्स्य पालन समिति सारोठ के मछुआरों एवं मुजावरमाल, कन्हरगांव, सांवरी एवं माचागोरा मत्स्य पालन समिति के मछुआरों से सारोठ जलाशय के मछुआरों का विवाद रहने की वजह से मछुआरों की नाव समझ कर अज्ञात लोगों पर नाव चुराने का आरोप किसान ने लगाया है।
डूबत जमीन के मुआवजे से खरीदी थी नाव: महलपुर निवासी किसान बीपत गोयरे ने बताया कि सारोठ डैम में डूबत जमीन के मुआवजे की जो राशि मिली थी उस राशि से डैम पार करके खेत जाने के लिए यह नाव खरीदी थी लेकिन अज्ञात चोरों ने वह जो भी चुरा ली। किसान आर्थिक तंगी से वैसे ही जूझ रहे हैं। अब हमें डैम पार करने के लिए दूसरे नाव की व्यवस्था करना भी बहुत मुश्किल है।
पीडि़त ने स्थानीय पुलिस प्रशासन से किसान उनकी नाव की तलाश कर जल्द से जल्द वापस दिलाने और चोरों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।