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छिंदवाड़ा

युवाओं के 100 दिनों का भुगतान अटका

मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत शहरी क्षेत्र के 208 में से 158 युवाओं को इस योजना के अंतर्गत 100 दिनों का रोजगार नगर पालिका द्वारा प्रदान किया गया है।

छिंदवाड़ाMay 23, 2019 / 02:13 pm

SACHIN NARNAWRE

Trust opened donation in Shitala Mata Temple

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पांढुर्ना. मप्र सरकार ने प्रतिवर्ष युवाओं को 100 दिनों का रोजगार प्रदान करने का वादा किया था। मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत शहरी क्षेत्र के 208 में से 158 युवाओं को इस योजना के अंतर्गत 100 दिनों का रोजगार नगर पालिका द्वारा प्रदान किया गया है। तीन माह बाद जब इन्हें वेतन देने का समय आया है तो पोर्टल में भुगतान के लिए नाम नहीं दर्शाएं जा रहे है।
इस समस्या के चलते युवाओं के 100 दिनों के रोजगार का भुगतान अटक गया है और इस बात की चिंता युवाओं को मायूस कर रही है। नगर पालिका से मिली जानकारी के अनुसार शासन स्तर पर इस योजना को लेकर बड़ी चूक हुई है जिसका खामियाजा अब युवाओं को भुगतना पड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि शासन ने योजना के पोर्टल पर पांढुर्ना की जिन दो संस्थाओं को योजना के तहत् युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने की जिम्मेदारी दी थी उन दोनों ही संस्थाओं का पोर्टल पर पंजीयन नहीं है। पंजीयन नहीं होने से युवाओं की उपस्थिति पूरी दर्ज नहीं हो पा रही है जिससे भुगतान संभव नही हो पा रहा। सीएमओ नवनीत पांडे ने बताया कि हम बार बार पत्राचार कर रहे है कि शासन युवाओं का रोजगार का भुगतान ऑनलाईन नही तो मेनुअली कर दे। परंतु कोई मार्गदर्शन नहीं मिल पा रहा है।
मानदेय अटकने से युवाओं की बढ़ी परेशानी: मानदेय अटक जाने से युवाओं में बैचेनी बढ़ गई है। बुधवार को नगर पालिका कार्यालय में कई युवाओं ने इस समस्या को लेकर मुखर हुए थे। युवा अपनी मेहनत की कमाई चाहते है। कुल 208 युवाओं का ऑन बोर्डिंग चयन हुआ था। जिसमें से 158 युवाओं को ट्रेनिंग के लिए चुना गया था। इनकी 70 प्रतिशत ट्रेनिंग और 30 प्रतिशत काम के आधार पर उपस्थिति लगनी थी। नपा में कार्य की तो ऑनलाईन थंब के माध्यम से उपस्थिति दर्ज है परंतु संस्थाओं में इनकी उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर के माध्यम से दर्ज की गयी है जिसे मान्य नही किया जारहा है।
इन संस्थाओं को बिना रजिस्ट्रेशन दे दिया काम: मप्र शासन की लापरवाही इस मामले में उजागर हो रही है। जब इस योजना की शुरुआत हुई तो योजना के पोर्टल पर पांढुर्ना की आशा फाउंडेशन और सिद्धी विनायक स्कील नांदनवाड़ी संस्था को ट्रेनिंग के लिए दर्शाया गया था। कौशल उन्नयन केन्द्र भोपाल ने युवाओं को भी इन संस्थाओं में प्रशिक्षण प्राप्त करने का मैसेज भेजा था। सीएमओ के अनुसार सभी 158 युवाओं ने ट्रेनिंग प्राप्त की परंतु संस्थाओं द्वारा बॉयोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति नही ली गई। साथ ही पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं होने से भुगतान के दौरान नाम डिस्प्ले नहीं हो रहे है।
40 युवाओं को मिलेगा रोजगार: जिन 40 युवाओं को योजना के अंतर्गत रोजगार नहीं मिल पाया है उन्हें आचार संहिता हटने के बाद रोजगार प्रदान किया जाएगा। बताया जा रहा है कि आचार संहिता लगने से इन युवाओं को ट्रेनिंग सेंटर नही मिल पाया जिससे इन्हें जिम्मेदारी नही सौंपी गयी। आने वाले दिनों में सेंटर का मैसेज आते ही इनयुवाओं को रोजगार प्रदान किया जाएगा।
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