उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज को दिल्ली एम्स की तर्ज पर विकसित करने की इच्छा जताई है, जिसकी इसे शुरुआत माना जा रहा है। सुपर स्पेशियालिटी और कार्डियक सेंटर जैसी सुविधाएं मिलने से जिले की चिकित्सा सेवाओं में काफी वृद्धि होगी तथा हार्ट, बायपास सर्जरी समेत अन्य कई बड़े ऑपरेशनों के लिए जिले के मरीजों को अन्यत्र भटकना नहीं पडेग़ा।
100 सीट पर इस वर्ष होंगे प्रवेश – मेडिकल काउंसील ऑफ इंडिया (एमसीआइ) से मिली 100 सीट के लिए लेटर ऑफ परमिशन के बाद सीम्स छिंदवाड़ा का अकामिक सत्र भी इसी वर्ष से शुरू हो जाएगा। मिली जानकारी के तहत प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 1750 तथा बीडीएस की 1164 सीटों में प्रवेश के लिए भोपाल में प्रवेश तथा कॉलेज चयन के लिए नीट परीक्षा की मेरिट सूची के आधार पर काउंसलिंग की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि जुलाई-अगस्त से अकामिक सत्र का पहला बैच प्रारंभ हो जाएगा।
टीबी सेनेटोरियम समेत अन्य विभागों की खाली होगी जगह – छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के विस्तार तथा हॉस्पिटल निर्माण के लिए टीबी सेनेटोरियम क्षेत्र में संचालित, सीएमएचओ, श्रम पदाधिकारी विभाग, पिंडरईकलां स्वास्थ्य केंद्र, वैक्सीन सेंटर समेत पीएचइ, पीआइयू आदि कार्यालय भवनों को खाली कराया जाएगा। जहां मेडिकल अस्पताल के पहले चरण का कार्य शुरू होगा।