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छिंदवाड़ा

गेहूं के खेत में हर दिन लग रही आग

समस्या: भीषण गर्मी में जरा सी चिंगारी कर रही नुकसान, तीन दिन में 12 अग्निकाण्ड

छिंदवाड़ाApr 04, 2019 / 06:15 pm

prabha shankar

Wheat cultivation in Chhindwara

Wheat cultivation in Chhindwara

छिंदवाड़ा. जरा सी चिंगारी हवा के सम्पर्क में आकर खेतों में रखे गेहूं के ढेर राख कर रही है। भीषण गर्मी में ये अग्निकाण्ड हर दिन सुबह से लेकर शाम तक हो रहे हैं। इन्हें बुझाने के लिए शहर की फायर बिग्रेड भेजनी पड़ रही है। बुधवार को सात स्थानों से आए कॉल पर इन वाहनों ने पहुंचकर आग बुझाया। अप्रैल के अकेले तीन दिन में इन घटनाओं की संख्या 12 पहुंच गई है।
करीब 38 डिग्री पार कर चुके तापमान में इस समय खेतों पर गेहूं की कटाई चल रही है और उसे गहानी के लिए ढेर बनाकर रख दिया जाता है।
इस दौरान किसी ने बीड़ी पीकर फेंक दिया तो यही चिंगारी आग बनकर ढेर को जला रही है। इसके अलावा खेतों में बची नरवाई पर भी आग लगा दी जा रही है। बिजली लाइन के हवा में टकराने से उत्पन्न चिंगारी अलग समस्या बनी हुई है।
सबसे महत्वपूर्ण यह है कि गर्मी में अग्नि हादसों को रोकने के लिए पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी लगातार जागरुकता अभियान चला रही है। इसके साथ ही अग्नि से सतर्क रहने की बात भी कही जा रही है। इसके बावजूद लापरवाही से खेतों में आग लग रही है। इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम से आते ही नगर निगम की फायर बिग्रेड गांवों में आग बुझाने दौड़ रही है।
सुबह से लेकर शाम तक दौड़ी गाडिय़ां….
खेतों में आग लगने की सात घटनाओं की सूचना अकेले बुधवार को निगम के फायर बिग्रेड कार्यालय में पहुंची। इस पर तुरंत गाडिय़ों को माल्हनवाड़ा कुकड़ाचिमन, पालाखेड़, मौसम विभाग जिला न्यायालय, संचार कॉलोनी श्मशान घाट, माल्हनवाड़ा खेत, धनौरा गोसाई चिचगांव और सुरंगी भेजना पड़ा। फायर कर्मचारियों ने बताया कि एक वाहन सीएम सिक्योरिटी, दूसरा कलेक्ट्रेट में होने पर दो वाहनों से ही काम चलाना पड़ा। एक पानी टैंकर की सेवाएं भी लेनी पड़ी। उनके मुताबिक शहर के
अलावा मोहखेड़, चौरई, चांद, सांवरी, उमरानाला समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों की जिम्मेदारी होने पर कम से कम सात फायर बिग्रेड वाहन निगम में होने चाहिए।
तीन माह में 130 अग्नि घटनाएं दर्ज
जनवरी से लेकर मार्च तक फायर बिग्रेड का रिकॉर्ड देखा जाए तो 130 अग्नि घटनाएं गांव और शहर में दर्ज हुई हैं। इनमें सबसे ज्यादा खेतों में आग लगने की है। अप्रैल लगते ही अकेले तीन दिन में 12 घटनाओं में आग को बुझाने जाना पड़ा है। कर्मचारियों का अनुमान है कि इस माह गेहूं की कटाई के कारण उन्हें 24 घंटे कहीं न कहीं जाना पड़ेगा, क्योंकि गेहूं के ढेर में जरा सी चिंगारी हवाओं के प्रभाव से भीषण आग का रूप धारण कर रही है।
गेट से निकलते ही फंस जाते हैं वाहन
दीनदयाल पार्क के समीप फायर बिग्रेड कार्यालय के सामने सडक़ पर बाजार समस्या बन गया है। जैसे ही आग लगने की सूचनाएं आती है ,फायर बिग्रेड के ड्राइवर तेजी से साइरन बजाते हुए निकलते हैं। गेट के सामने फुटपाथी दुकानें होने से वाहन फंस जाते हैं। उन्हें घुमावदार मोड़ से वाहन निकालने में परेशानी हो रही है। विरोध किए जाने पर दुकानदार झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं। जबकि इस इमरजेंसी सेवा के वाहनों को निकलने की जगह दी जानी चाहिए।
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