सुबह से लेकर शाम तक दौड़ी गाडिय़ां….
खेतों में आग लगने की सात घटनाओं की सूचना अकेले बुधवार को निगम के फायर बिग्रेड कार्यालय में पहुंची। इस पर तुरंत गाडिय़ों को माल्हनवाड़ा कुकड़ाचिमन, पालाखेड़, मौसम विभाग जिला न्यायालय, संचार कॉलोनी श्मशान घाट, माल्हनवाड़ा खेत, धनौरा गोसाई चिचगांव और सुरंगी भेजना पड़ा। फायर कर्मचारियों ने बताया कि एक वाहन सीएम सिक्योरिटी, दूसरा कलेक्ट्रेट में होने पर दो वाहनों से ही काम चलाना पड़ा। एक पानी टैंकर की सेवाएं भी लेनी पड़ी। उनके मुताबिक शहर के
अलावा मोहखेड़, चौरई, चांद, सांवरी, उमरानाला समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों की जिम्मेदारी होने पर कम से कम सात फायर बिग्रेड वाहन निगम में होने चाहिए।
खेतों में आग लगने की सात घटनाओं की सूचना अकेले बुधवार को निगम के फायर बिग्रेड कार्यालय में पहुंची। इस पर तुरंत गाडिय़ों को माल्हनवाड़ा कुकड़ाचिमन, पालाखेड़, मौसम विभाग जिला न्यायालय, संचार कॉलोनी श्मशान घाट, माल्हनवाड़ा खेत, धनौरा गोसाई चिचगांव और सुरंगी भेजना पड़ा। फायर कर्मचारियों ने बताया कि एक वाहन सीएम सिक्योरिटी, दूसरा कलेक्ट्रेट में होने पर दो वाहनों से ही काम चलाना पड़ा। एक पानी टैंकर की सेवाएं भी लेनी पड़ी। उनके मुताबिक शहर के
अलावा मोहखेड़, चौरई, चांद, सांवरी, उमरानाला समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों की जिम्मेदारी होने पर कम से कम सात फायर बिग्रेड वाहन निगम में होने चाहिए।
तीन माह में 130 अग्नि घटनाएं दर्ज
जनवरी से लेकर मार्च तक फायर बिग्रेड का रिकॉर्ड देखा जाए तो 130 अग्नि घटनाएं गांव और शहर में दर्ज हुई हैं। इनमें सबसे ज्यादा खेतों में आग लगने की है। अप्रैल लगते ही अकेले तीन दिन में 12 घटनाओं में आग को बुझाने जाना पड़ा है। कर्मचारियों का अनुमान है कि इस माह गेहूं की कटाई के कारण उन्हें 24 घंटे कहीं न कहीं जाना पड़ेगा, क्योंकि गेहूं के ढेर में जरा सी चिंगारी हवाओं के प्रभाव से भीषण आग का रूप धारण कर रही है।
जनवरी से लेकर मार्च तक फायर बिग्रेड का रिकॉर्ड देखा जाए तो 130 अग्नि घटनाएं गांव और शहर में दर्ज हुई हैं। इनमें सबसे ज्यादा खेतों में आग लगने की है। अप्रैल लगते ही अकेले तीन दिन में 12 घटनाओं में आग को बुझाने जाना पड़ा है। कर्मचारियों का अनुमान है कि इस माह गेहूं की कटाई के कारण उन्हें 24 घंटे कहीं न कहीं जाना पड़ेगा, क्योंकि गेहूं के ढेर में जरा सी चिंगारी हवाओं के प्रभाव से भीषण आग का रूप धारण कर रही है।
गेट से निकलते ही फंस जाते हैं वाहन
दीनदयाल पार्क के समीप फायर बिग्रेड कार्यालय के सामने सडक़ पर बाजार समस्या बन गया है। जैसे ही आग लगने की सूचनाएं आती है ,फायर बिग्रेड के ड्राइवर तेजी से साइरन बजाते हुए निकलते हैं। गेट के सामने फुटपाथी दुकानें होने से वाहन फंस जाते हैं। उन्हें घुमावदार मोड़ से वाहन निकालने में परेशानी हो रही है। विरोध किए जाने पर दुकानदार झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं। जबकि इस इमरजेंसी सेवा के वाहनों को निकलने की जगह दी जानी चाहिए।
दीनदयाल पार्क के समीप फायर बिग्रेड कार्यालय के सामने सडक़ पर बाजार समस्या बन गया है। जैसे ही आग लगने की सूचनाएं आती है ,फायर बिग्रेड के ड्राइवर तेजी से साइरन बजाते हुए निकलते हैं। गेट के सामने फुटपाथी दुकानें होने से वाहन फंस जाते हैं। उन्हें घुमावदार मोड़ से वाहन निकालने में परेशानी हो रही है। विरोध किए जाने पर दुकानदार झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं। जबकि इस इमरजेंसी सेवा के वाहनों को निकलने की जगह दी जानी चाहिए।