देखें वीडियो-
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी
प्रियदर्शनी कॉलोनी निवासी संजय बुनकर के रितेश्दार अरविंद भावरकर जिला अस्पताल में भर्ती है और उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन लगने थे। शनिवार को संजय बुनकर को किसी माध्यम से एक मोबाइल नम्बर मिला जिस पर उन्होंने सम्पर्क कर रेमडेसिविर के लिए मांग की। अगले व्यक्ति ने 14 हजार रुपए में एक इंजेक्शन देने की बात कही तो संजय बुनकर राजी हो गए। बेचने वाले शख्स ने जिला अस्पताल के गेट नम्बर दो पर बुलाया, इस दौरान संजय ने अपने साथियों के साथ इंजेक्शन बेचने वाले युवकों को पकड़ा और जमकर पिटाई की। पूर्व सूचना के आधार पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और युवक को हिरासत में लेकर थाना पहुंची। मामला गम्भीर होने के चलते सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल भी शनिवार देर रात कोतवाली थाना पहुंचे और सख्ती से पूछताछ की तो पकड़े गए युवक ने अपने दो अन्य साथियों का नाम भी उगला जिनके साथ मिलकर वह इंजेक्शन बेच रहे थे।
ये भी पढ़ें- पुलिस के पहुंचते ही गलियों से भागे बारात में DJ पर नाच रहे बाराती, बैंड-बाजा और कैटरिंग का सामान जब्त
जिला अस्पताल के हैं वार्ड ब्वॉय
कोतवाली टीआई मनीषराज सिंह भदौरिया ने बताया कि यूडीएस नामक एक निजी संस्था के पास जिला अस्पताल की सफाई और सुरक्षा से लेकर अन्य कार्यों का ठेका है। इसी कम्पनी के वार्ड ब्वॉय विनय जाटव पिता धरमजीत जाटव निवासी परासिया, अंकित पिता अशोक पांडेय चांदामेटा एवं सत्यम पिता संतराम निवासी मोहगांव थाना चांद की कोविड वार्ड में ड्यूटी रहती है। टीआई भदौरिया ने बताया कि तीनों वार्ड ब्वॉय मिलकर ऐसे लोगों के पास की इंजेक्शन चुरा लेते थे जिन्हें इंजेक्शन मिलता था, लेकिन इंजेक्शन लगने से पहले उनकी मौत हो जाती थी। पिछले कुछ दिनों में तीनों ने मिलकर चार इंजेक्शन जुटाए थे। मुख्य आरोपी विनय जाटव है जिसके इशारे पर कालाबाजारी की जा रही थी।
देखें वीडियो-