scriptलोन लेने के बाद ९० प्रतिशत हितग्राहियों ने किस्त चुकाने से मुंह मोड़ा | 90 beneficiaries turned their back on repaying the installment | Patrika News

लोन लेने के बाद ९० प्रतिशत हितग्राहियों ने किस्त चुकाने से मुंह मोड़ा

locationछिंदवाड़ाPublished: Apr 23, 2018 01:13:18 pm

Submitted by:

mantosh singh

पीएम आवास योजना : बैंक ने निगम को भिजवाई हितग्राहियों की सूची, किफायती आवास के लिए इलाहाबाद बैंक ने दिया था लोन

nigam
छिंदवाड़ा. पीएम आवास के अंतर्गत ११३१ मकान सोनपुर में बनाए जा चुके हैं, जिसमें करीब सबा दो सौ हितग्राहियों के लोन भी पास हुए हैं। अकेले २०२ हितग्राहियों के लोन सिर्फ इलाहाबाद बैंक से पास हुए हैं, लेकिन लोन पास होने के बाद करीब ९० प्रतिशत हितग्राही बैंक की किस्त चुकाने से बच रहे हैं। इनक ी सूची बैंक ने नगर निगम की योजना शाखा को भेज दी है।
उल्लेखनीय है कि किफायती आवास के नाम से नगर निगम द्वारा इन मकानों को आवंटित कर दिया गया है। आवंटन के साथ ही जून २०१७ से अब तक इलाहाबाद बैंक ने २०२ प्रकरणों को स्वीकृति दे दी। किन्तु अब उसे नए प्रकरण स्वीकृत कराने में परेशानी होने लगी। अधिकारियों ने बताया कि लोन तो स्वीकृत कर दिए गए, लेकिन लोन की किस्त जमा नहीं होने से उन्हें नए मामलों के लिए अप्रूवल नहीं मिल रहा है।
-किस्त पर गलतफहमी
बता दें कि इलाहाबाद बैंक द्वारा एक लाख ८० हजार रुपए को चुकाने के लिए अधिकतम समय १५ साल दिया गया। किस्त २५०० रुपए तय की गई, जो कि १५ साल में करीब साढ़े चार लाख होती है। इसी गलतफहमी के कारण कई लोगों ने संशय में हैं, लेकिन बैंक ने स्पष्ट किया कि २५ सौ की राशि जमा करने पर ब्याज और मूल रकम दोनों ही जमा होती है। धीरे-धीरे मूल रकम कम होती जाती है और १५ वर्ष के पूर्व किस्त पूरी चुक सकती है। १५ वर्ष तो अधिकतम समय है।
-२०२ हितग्राहियों के लोन प्रकरण पास हुए, लेकिन ९० प्रतिशत ने किस्त जमा करनी बंद कर दी है। इसकी सूचना निगम को भेजी जा चुकी है। लोन के पुराने प्रकरणों की किस्त जमा नहीं होने से नए प्रकरण पर अप्रूवल नहीं मिल पा रहा है।
अंजन कुमार , शाखा प्रबंधक इलाहाबाद बैंक
-१५ वर्ष अधिकतम समय दिया गया है, परंतु लोग चाहे तो पहले भी जमा करके ऋण मुक्त हो सकते हैं। तय ब्याज के साथ मूल रकम जितनी अधिक होगी, उतनी जल्दी ऋण चुकता हो जाएगा। तीन हितग्राहियों ने तो ८० हजार रुपए तक जमा कर दिए।
पुर्णेन्दु कुमार, लोन प्रबंधक इलाहाबाद बैंक
-सूची आई या नहीं, इसकी पक्की जानकारी नहीं है। हालांकि योजना कार्यालय के कर्मचारियों ने हितग्राहियों को फोन लगाना शुरू कर दिया है। कुछ लोगों को लोन मंजूर होने की जानकारी भी नहीं होगी। यदि किस्त जमा नहीं हो रही तो बैंक क ो फोन लगाना चाहिए।
भूपेंद्र सिंह मनवारे,
सहायक यंत्री नगर निगम

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो