दिव्यांग व लकवाग्रस्त युवक का आधार कार्ड अपडेशन नहीं होने से इलाज में सहायता नहीं मिल पा रही थी। युवक आधार केंद्र तक जाने की स्थिति में भी नहीं था। उसने प्रशासन से गुहार लगाई तो इगवर्नेंस विभाग ने आधार केंद्र को उसके घर ही भेज दिया। एक घंटे की मेहनत के बाद युवक का आधार अपडेट कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार शहर के वार्ड क्रमांक 11, कैलाश नगर रहवासी युवक कमलकांत परवार चार माह पूर्व सड़क दुर्घटना में न सिर्फ अपना एक पैर गंवा बैठा, बल्कि गर्दन के पास लगी चोट के असर से उसने अपना होश भी खो दिया। लाखों रुपए खर्च करने के बाद जब आयुष्मान कार्ड एवं बीमा क्लेम की जरूरत पड़ी तो आधार अपडेट करवाने की नौबत आ गई। दुर्घटना में कट चुके पैर के कारण चलने में लाचार कमलकांत को आधार केंद्र तक लाना आसान नहीं था। कमलकांत के परिवार ने इगर्वनेंस विभाग में आधार अपडेट करने के लिए आवेदन किया। इगवर्नेंस अधिकारी अतुल शर्मा ने आधार केंद्र संचालक लोकेश डोले को कमलकांत के घर भेजकर उनका बायोमैट्रिक अपडेशन करवाया। इसमें एक घंटे से अधिक समय लगा।
जानना जरूरी: यदि किसी कारण से कोई व्यक्ति आधार केंद्र तक नहीं पहुंच सकता है तो जनसुनवाई में आवेदन करने घर बैठे बायोमैट्रिक आधार बनाया अथवा अपडेट किया जा सकता है।
घर पहुंची टीम
कमलकांत के परिजन ने इगवर्नेंस कार्यालय में आकर आवेदन किया था। इसके बाद कलेक्टर सौरव सुमन के निर्देश पर अक्षम कमलकांत के घर पहुंचकर उसका आधार अपडेट निशुल्क किया गया। इसके लिए भोपाल से आदेश लिए गए थे।
-अतुल शर्मा, जिला इगवर्नेस अधिकारी
इन्हें भी मिली मदद
दिव्यांगों के आधार बनाने या अपडेशन के लिए यूआईडीएआई के अलग निर्देश हैं। इनके लिए विशेष प्रक्रिया अपनाई जाती है। हाल ही में पोलियो ग्रस्त चलने फिरने से लाचार युवती नेहा नागवंशी के घर पहुंचकर उनका आधार अपडेट किया गया। नेहा ने पेंशन बंद होने पर आधार अपडेट करने के लिए आवेदन किया था। वहीं मानसिक रूप से दिव्यांग एक बच्चे के घर जाकर आधार बनाया गया।