छिंदवाड़ा

बदहाल सडक़ों से बढ़ रहीं अंचल में दुर्घटनाएं

एनएच 547 नगरीय प्रशासन चलत निर्माण एजेंसी सिर्फ कार्य योजना बनाती हैं और उन पर क्रियांवयन नहीं करती।

छिंदवाड़ाNov 18, 2019 / 05:34 pm

Sanjay Kumar Dandale

Accidents are increasing in the region due to bad roads

छिंदवाड़ा/अमरवाड़ा/. शहर के छिंदवाड़ा मार्ग पर गुरुकुल स्कूल और एक्सचेंज ऑफिस पेट्रोल पंप आने-जाने वाले वाहन चालकों को एवं राहगीरों सडक़ से गुजरने में डर लगने लगा है यहां दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है। एनएच 547 नगरीय प्रशासन चलत निर्माण एजेंसी सिर्फ कार्य योजना बनाती हैं और उन पर क्रियांवयन नहीं करती।
छिंदवाड़ा मार्ग पर गुरुकुल स्कूल के आगे दूरभाष केंद्र, पेट्रोल पंप, कृषि सिंचाई कार्यालय जाते हैं इसी मार्ग से मढिया मंदिर शारदा मठ, साईं मंदिर प्रतिदिन लोगों का आना जाना लगा रहता है वहीं झगड़ावोह मार्ग से ग्रामीणों का आना जाना रहता है। वहीं नगर के व्यस्ततम चौराहा जो की नई आबादी, अयोध्या बस्ती, एक्सचेंज, झगड़ाबोह रोड, पेट्रोल पंप की तरफ वहां तेज गति आते जाते हैं जिसके कारण भी दुर्घटनाएं हो रही हैं । यह एक्सीडेंट पॉइंट बन चुका है यहां कई बड़े हादसे हो चुके है।
अनुविभागीय अधिकारी, नगर पालिका, एसडीओपी कार्यालय से पुलिस थाना में कई बार इस समस्या को लेकर अवगत कराया गया कि इस पेट्रोल पंप के समीप वाले मार्ग पर स्पीड ब्रेकर लगाए जाए लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
वार्ड क्रमांक 5 अयोध्या बस्ती के पास स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग इंद्र कुमार भलावी, वार्ड क्रमांक 14 के पार्षद पुष्पा सरजू वर्मा, सौरव नेमा, दिन्नू तिवारी, राकेश राय, सुरेश ठाकुर, राहुल डेहरिया, शेख इस्लाम एड. रजनी राय, उदय प्रताप सिंह ठाकुर, तरुण शुक्ला, संजय डेहरिया मनीष लखेरा ने की है। सभी का कहना है कि मार्ग पर स्पीड ब्रेकर अनिवार्य रूप से बनना चाहिए जिसमें हादसे नहीं होंगे।
बदनूर-पौनार मार्ग पर पत्थर ही पत्थर
सांवरी बाजार ञ्च पत्रिका. मुख्य मंत्री के गृह जिला के विकासखंड मोहखेड़ की ग्राम पंचायत बदनूर बस स्टैंड से पौनार भैरापुर बाड़ीवाड़ा रोड भी बदहाल है। इस मार्ग पर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। जबकि बदनूर से पौनार की दूरी महज 3 किमी ही है लेकिन सडक़ न होने से तीन किमी की दूरी तय करने के बजाए 6 किमी घूमकर पौनार जाना पड़ रहा है। वहीं बहरापुर के तरफ से डामर रोड का निर्माण एक किमी तक हो चुका है लेकिन बदनूर से जाने वाली रोड इस कदर खराब है कि इस रोड से वाहन चलाना मुश्किल ही है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस रोड के लिए ग्रामीणों ने कई बार नेता एवं अधिकारियों को बताए हैं लेकिन वर्षों बीत गए इस रोड की ओर किसी का ध्यान नहीं है। मुख्यमंत्री छिंदवाड़ा जिला को मॉडल के रूप में पेश तो कर रहे हैं लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही है। वास्तव में इसी रोड से तीन-चार गांवों के ग्रामीणों को आने -जाने में परेशानी हो रही है। कई वर्षों से इस रोड का काम रुका हुआ है कहीं गड्ढे है तो कहीं पत्थर ही पत्थर पड़े हुए हैं।

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