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Achievement: 18 वर्ष के ओम ने पाई यह उपलब्धि, 500 किमी के दौरान आई यह परेशानी, पढ़ें पूरी खबर

locationछिंदवाड़ाPublished: Oct 25, 2021 12:47:49 pm

Submitted by:

ashish mishra

ओम ने 18 साल की उम्र में यह यात्रा तय करके सभी युवाओं को एक प्रेरणा दी।

Achievement: 18 वर्ष के ओम ने पाई यह उपलब्धि, 500 किमी के दौरान आई यह परेशानी, पढ़ें पूरी खबर

Achievement: 18 वर्ष के ओम ने पाई यह उपलब्धि, 500 किमी के दौरान आई यह परेशानी, पढ़ें पूरी खबर

छिंदवाड़ा. श्री विद्यार्थी रामायण मंडल छोटी बाजार के सदस्य, पुराना पावर हाउस निवासी ओम पिता मुरली विश्वकर्मा ने 5 दिन में छिंदवाड़ा से उज्जैन की लगभग 500 किमी की सायकल यात्रा सकुशल पूरी की। ओम ने 18 साल की उम्र में यह यात्रा तय करके सभी युवाओं को एक प्रेरणा दी। ओम वर्तमान में पीजी कालेज से बीकाम की पढ़ाई कर रहे हैं। वह श्रीगप्पू उस्ताद बड़ी माता व्यायाम शाला के नियमित पहलवान हैं। चर्चा के दौरान ओम ने बताया कि जीवन में कुछ अलग करते हुए, अपने जीवन में एक उपलब्धि प्राप्त करने के उद्देश्य से और अपनी काबिलियत को जानने समझने और परिवार की सुख समृद्धि के साथ ही पूरे देश की समृद्धि की मनोकामना से मैंने बाबा महाकाल और माता हरसिद्धि के दर्शन की यह यात्रा सम्पन्न की है।
शरद पूर्णिमा के दिन शुरु किया सफर
पुराना पावर हाउस निवासी ओम की एक बड़ी एवं एक छोटी बहन है। माता पदमा विश्वकर्मा गृहिणी हैं एवं पिता बढ़ई हैं। ओम ने बताया कि जब मैंने माता-पिता से साइकिल से उज्जैन जाने की इच्छा जताई तो उन्होंने मना कर दिया था। लेकिन मुझे जीवन में कुछ अलग हटकर करना है। अपनी एक अलग पहचान बनानी है। इसलिए मैंने जीद की और माता-पिता मान गए। 20 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के दिन साइकिल से मैं पुराना पावर हाउस से उज्जैन के लिए रवाना हुआ। पहली रात बैतूल के पास बालाजिपूरम में कटी। वहीं दूसरी रात हौंशगाबाद, तीसरी रात भोपाल एवं चौथी आष्टा में कटी। पांचवें दिन यानी रविवार को ओम ने उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन किए। अब वे बस के माध्यम से वापस छिंदवाड़ा आएंगे।
रास्ते में आई परेशानी
ओम ने बताया कि रास्ते में एक समय साइकिल खराब हो गई। उस समय रास्ता पूरा सुनसान था। मैं पैदल ही चल पड़ा। लगभग पन्द्रह किमी चलने के बाद एक दुकान मिली जहां मैंने साइकिल ठीक कराया। वे दिन में ही साइकिल चलाते थे।
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