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मुख्यमंत्री के जिले में किसानों को मिलेगा विशेष पैकेज

locationछिंदवाड़ाPublished: Mar 04, 2019 10:47:57 am

Submitted by:

prabha shankar

माइक्रो इरीगेशन से मिलेगा खेतों में सिंचाई का पानी तो डूब प्रभावित क्षेत्र के किसानों को विशेष पैकेज

kamal nath

It is Chief Minister’s strategy on Chhindwara

छिंदवाड़ा. जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एम गोपाल रेड्डी ने रविवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक ली। इसमें पेंच व्यपवर्तन परियोजना के डूब क्षेत्र से प्रभावितों को विशेष पैकेज, मूलभूत सुविधाओं, इस क्षेत्र में पर्यटन क्षेत्र का विकास, मछली पालन व्यवसाय आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की। इस बैठक में आला जनप्रतिनिधियों के साथ प्रभावित क्षेत्र के लोग भी मौजूद थे।
छिंदवाड़ा ब्लॉक के ज्यादातर गांवों के किसानों को माचागोरा जलाशय से सिंचाई के लिए पानी मिल सके और डूब प्रभावित 31 ग्रामों की किसानों की समस्याओं का हल ढूंढऩे मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर बैठक बुलाई गई थी। बैठक में पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने छिंदवाड़ा, चौरई, अमरवाड़ा, बिछुआ ब्लॉक के किसानों की समस्या को उठाया और छिंदवाड़ा ब्लॉक के सभी 132 गांवों में माइक्रो इरीगेशन से पानी देने का मुद्दा उठाया। अमित सक्सेना ने डूब प्रभावित किसानों की समस्याओं से अतिरिक्त मुख्य सचिव को अवगत कराया। अलग-अलग क्षेत्र से आए किसानों ने बैठक में अपने विचार रखें। बैठक में विधायक, कलेक्टर डॉ. श्रीनिवास शर्मा, जल संसाधन विभाग के उच्चाधिकारी सहित बैजू वर्मा, हरिशचन्द्र पटेल, पुष्पेंद्र चौधरी, नेर सिंह पटेल, दीना पटेल, गया प्रसाद, शिव कुमार बैस, परसराम वर्मा, कार्तिक चौधरी, अजय पटेल, राकेश पटेल, संतोष रघुवंशी, कहकहां मिर्जा, शरद पटेल, गोलू खान, अशोक पटेल, मस्तराम पटेल, रबिल सिंह पटेल सहित अनेक किसान उपस्थित थे ।

10 सूत्री मांगों पर दिया ज्ञापन
अतिरिक्त मुख्य सचिव को किसानों की ओर से 10 सूत्री मांगों का ज्ञापन दिया गया। इस पर उन्होंने कहा कि अन्य परिसम्पत्तियों के मामले में छूट गए नौ ग्रामों में काराघाट, भूला मोहगांव, ककई, बिलवा, जम्होड़ी, मडुआढ़ाना, धनोरा, बारहबरारिया के किसानों को भी विशेष पैकेज के तहत राहत दी जाएगी। जिन किसानों की जमीन 70 प्रतिशत डूब में चली गई है उन किसानों की शेष बची सम्पत्ति मकान-बाड़ी का भी सर्वे कर शासन अधिग्रहित कर किसानों को मुआवजा देगा। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव एवं माचागोरा जलाशय में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा के लिए के लिए पर्यटन विभाग के प्रमुख अधिकारियों को मुख्यमंत्री से विचार-विमर्श कर छिंदवाड़ा भेजे जाने की बात कही।

इन गांवों को मिलेगी सिंचाई सुविधा
माइक्रो इरीगेशन से अनघोड़ी, वनगांव, भुतेरा, बिलवा, बोहना, रोहना, चन्हियाकलां, चन्हियाखुर्द, देवर्धा, गाडरा, जम्होड़ी पंडा, जमुनिया, झिरी, ककई, खैरी लद्दू, खैरीभुताई, नगझिर, नेर, लोनिया मारू, पांजरा, पांथखेड़ा, घाट परासिया, पिपरिया लागू, पिपरिया वीरसा, राजाखोह, राजाखोह ढाना, सालीढ़ाना, चौसरा, थावंडीटेका, लकड़ाई जम्होड़ी, सारना, अजनिया, कबाडिय़ा, सुरंगी, रामगढ़ी, चौखड़ा, मेढक़ीताल, चारगांव प्रहलाद, सिवनी मंदिर, झिरलिंगा, मेघासिवनी, छाबड़ी, कपरवाड़ी, केवलारी, कचरिया, बिजौरी, बम्हनी, सनकुआं, थांवरी-2-रोहनाकलां, गुरैया को सिंचाई का लाभ मिलेगा। इनके अतिरिक्त खुटिया झांझरिया, उमरियाईसरा, पखडिय़ा, रंगीनखापा, मारई, बोरिया, अतरवाड़ा, भानादेई, घोघरा, माल्हनवाड़ा, पिंडरईकलां, कुहिया, धागडिय़ा, सोनाखार, थांवडीकलां, भाजीपानी, मोहगांव, सुसरई, मदनपुर, जैतपुर, कोटलबर्डी, बीजेपानी, धौलपुर, सॉख, पुलपुलडोह को भी इस परियोजना में सम्मिलित कर लिया गया हैं। इसके अतिरिक्त अन्य गांवों में भी सर्वे का कार्य कर उन्हें इस परियोजना में जोड़ा जाएगा।

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