पटवारी रेशम पवार धोखाधड़ी का आरोपी है। आरोपी की तलाश में पुलिस विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही है, लेकिन अभी तक वह हाथ नहीं लगा है। पटवारी पिछले एक माह से कार्यस्थल से गायब है, क्या उसने विभाग से छुट्टी ले रखी है या फिर बिना सूचना के गायब चल रहा है इसको लेकर भी कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। अभी तक न तो जिला प्रशासन ने इस मामले को गम्भीरता से लिया है और न ही पुलिस आरोपी पटवारी को गिरफ्तार करने में कामयाब हो पाई है। आरोपी पटवारी के खिलाफ स्थानीय स्तर से भी कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण आम लोगों का समय पर काम नहीं हो रहा है। पटवारी कार्य स्थल से गायब है।
क्या है मामला
कोतवाली थाना क्षेत्र के कोलाढ़ाना में स्थित बेशकीमती जमीन के लिए एक व्यक्ति को दस्तावेजों में मृत बताकर उसकी जमीन हड़प ली गई। हेराफेरी के इस खेल में पटवारी की अहम भूमिका है। जमीन रामाजी पिता उकंडयाजी चरपे निवासी पटेल नगर कोलाढ़ाना थाना कोवताली एवं तेजराम पेन्टर के नाम पर थी। तेजराम पेन्टर निवासी कोलाढ़ाना ने हल्का पटवारी रेशम पवार के साथ साठगांठ की और रामाजी का मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर उसे छिंदवाड़ा तहसील कार्यालय में जमा कर दिया। रामाजी की मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य झूठे दस्तावेज पेश कर जमीन को तेजराम पेन्टर के नाम दर्ज कर दी गई। इस पूरे काम में पटवारी की भूमिका सबसे अधिक संदिग्ध है।