लेकिन प्रशासन के रिकार्ड के अनुसार दो ही मरीजों की मौत दर्ज की गई, जिसमें एक निजी हॉस्पिटल तथा दूसरी जुन्नारदेव के राखीकोल निवासी 100 वर्षीय महिला शामिल है। इसके चलते जिले में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 17 से बढ़कर 19 की गई। जबकि ड्यूटी डॉक्टर द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में चांदामेटा निवासी एक 70 वर्षीय महिला कि कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट 26 सितम्बर को आई, जिनकी मौत 27 सितंबर को हुई।
इसी प्रकार चांदामेटा के ही 58 वर्षीय की मृतक की 26 सितम्बर को पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी तथा इन्होंने ने भी 27 सितम्बर को दम तोड़ दिया। साथ ही सौंसर के बानाबाकोड़ा निवासी 48 वर्षीय व्यक्ति की पॉजिटिव रिपोर्ट 20 सितम्बर को आई और इनकी भी 27 सितम्बर को मौत दर्ज की गई। लेकिन उक्त तीनों के नाम प्रशासनिक रिकार्ड से गायब है।
अन्य जिलों में भी मरीज तोड़ रहे दम –
छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस से सम्बद्ध जिला अस्पताल में जिले समेत सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर तथा बैतूल के मरीजों की भी मौत कोरोना उपचार के दौरान हो रही है। बताया जाता है कि कई मरीजों की रिपोर्ट तीन से चार दिन तक लंबित रहती है तथा कई की मरने के बाद आती है।
इस वजह से सभी का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकाल के तहत किया जाता है। बताया जाता है कि उपचार के दौरान होने वाली सभी मौतों की सूचना नगर निगम आयुक्त, कोतवाली पुलिस, एसडीएम, सीएमएचओ, आरएमओ समेत अन्य को प्रतिलिपी के तहत दी जाती है।
मृतकों की कन्फर्म रिपोर्ट नहीं है –
जिला अस्पताल में अब तक 19 लोगों की ही संक्रमण से मौत हुई है, जबकि शेष मरीजों की रिपोर्ट कन्फर्म नहीं होने पर उनका प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार किया गया है। प्रशासन द्वारा सभी कार्यों को शासकीय नियमानुसार ही किया जा रहा है।
– सौरभ कुमार सुमन, कलेक्टर छिंदवाड़ा