कीटों पर भी दें ध्यान फसलों में कीटों को रोकने के लिए प्रकाश प्रपंच का उपयोग करने कहा जा रहा है। मक्का फसल में फॉल आर्मी वर्म कीट के प्रकोप की संभावना को देखते हुए फसल की सतत निगरानी करने किसानों को कहा है। आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र के सहसंचालक अनुसंधान डॉ.विजय पराडकर ने बताया कि सोयाबीन फसल में पत्ती खाने वाले कीट दिखो तो दवाई का छिडक़ाव किया जा सकता है।
सफेद सुंडीका प्रकोप भी इस दौरान दिख सकता है। फसल में प्रकाश जाल, फैरोमेन ट्रेप लगाकर कीट प्रबंधन भी किया जा सकता है और बीज उत्पादन के लिए उगाई जाने वाली सोयाबीन की फसल में अन्य किस्मों के पौधों का को दूर करने कहा गया है जिससे बीज की शुद्धता बनी रहे। मूंगफल्ली फसल में टिक्का रोग, कपास फसल में रसचूसक का प्रकोप भी दिख रहा है।
सफेद सुंडीका प्रकोप भी इस दौरान दिख सकता है। फसल में प्रकाश जाल, फैरोमेन ट्रेप लगाकर कीट प्रबंधन भी किया जा सकता है और बीज उत्पादन के लिए उगाई जाने वाली सोयाबीन की फसल में अन्य किस्मों के पौधों का को दूर करने कहा गया है जिससे बीज की शुद्धता बनी रहे। मूंगफल्ली फसल में टिक्का रोग, कपास फसल में रसचूसक का प्रकोप भी दिख रहा है।
मिर्च-नींबू और सब्जियों की करें निगरानी उद्यानिकी फसलों में मिर्च, नींबू, हरी सब्जियों और उनके पत्तों में लगने वाले कीटों से भी बचाने कहा गया है। मिर्च में पत्ती कुंचन रोग की संभावना है तो बैंगन में फलीभेदक कीट हमला कर सकता है। संतरा, नीबू, मौसम्बी आदि में लैमन बटरफ्लाई का प्रकोप दिखाई देने उचित दवा का छिडक़ाव करने कहा जा रहा है।