आधुनिक संसाधनों ने भी बदले हालात जिले में कृषि के आधुनिक संसाधनों ने भी हालात बदले हैं। उपसंचालक कृषि जेआर हेडाऊ ने बताया कि जिले में खेत तैयार करने से लेकर बुआई-कटाई और गाहनी के लिए आधुनिकतम मशीनें उपलब्ध हंै। इसके साथ ही जहां उन्नत किस्म के बीज-खाद व कीटनाशक दवाओं के उपयोग के लिए भी किसानों को हमेशा प्रेरित किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि प्रति हैक्टेयर 40 क्विंटल से अधिक गेहूं का उत्पादन होने की सम्भावना है। यह किसानों के लिए भी अच्छी खबर है। इसी के साथ जिले में लघु व एक मध्यम सिंचाई परियोजनाओं, पेंच वृहद परियोजना की नहरों और माइक्रो सिंचाई परियोजनाओं से जिले के
एक लाख 20 हजार 414 हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है जिससे किसानों को अपनी फसल का ज्यादा उत्पादन लेने में सहायता मिल रही है।
एक लाख 20 हजार 414 हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है जिससे किसानों को अपनी फसल का ज्यादा उत्पादन लेने में सहायता मिल रही है।