छिंदवाड़ा

कृषि विभाग की टीम ने खाद विक्रेता के यहां मारा छापा, खाद की कालाबाजारी उजागर !

खाद की कालाबाजारी करने की मिली थी शिकायत: स्टॉक और बिल पंजी मिली गायब, लाइसेंस किया निलम्बित

छिंदवाड़ाJul 23, 2019 / 12:30 pm

Rajendra Sharma

Three accused including Ganja arrested

छिंदवाड़ा. कृषि विभाग की टीम ने सोमवार को चांद के एक रासायनिक खाद विक्रेता के यहां छापा मारा। खाद की कालाबाजारी करने की शिकायत विभाग को मिली थी। उपसंचालक ने चार अधिकारियों की टीम बनाकर यहां सोमवार को भेजा। टीम ने जब दुकानदार से खरीदी और बिक्री के कागज मांगे तो वह दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाया। जांच टीम के प्रतिवेदन के बाद उप संचालक ने खाद दवा व्यापारी की दुकान का लाइसेंस निलम्बित कर दिया है।
जिले में इस समय खाद और दवा की बिक्री जोरों से चल रही है। कृषि विभाग जिले के विभिन्न इलाकों में शिकायतों पर ध्यान रख रहा है और खाद जैसी अनिवार्य और आवश्यक चीजों की कालाबाजारी रोकने का प्रयास भी कर रहा है। सोमवार को इसी संदर्भ में कृषि विभाग की एक टीम ने चांद में थोक और फुटकर व्यापारी आलोक जैन के प्रतिष्ठान पर छापा मारा। जांच दल में एसडीओ छिंदवाड़ा धीरज ठाकुर, सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी सचिन जैन, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी उमेश पाटील और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी दिनेश डेहरिया थे।
गायब मिले रजिस्टर

जांच टीम के सदस्य जब दुकान पर जांच करने पहुंचे और स्टॉक व बिल पंजी दुकानदार से मांगे तो वह इन जरूरी दस्तावेजों को प्रस्तुत नहीं कर पाया। दुकान में स्टॉक रजिस्टर गायब था। बिल पंजी और रजिस्टर भी उपलब्ध नहीं था। इस सम्बंध में जब दुकानदार आलोक जैन से बात की गई तो जांच दल से उसने कहा कि पिछली 16 तारीख को चांद और छिंदवाड़ा के बीच जाते समय यह सभी रजिस्टर गुम हो गए हैं। दुकान से सिर्फ एक बिल की रसीद मिली। जांच दल ने विक्रेता के गोदाम में रखे रासायनिक खादों का भी पूरा आंकड़ा इक_ा किया है। जांच के बाद दल ने दुकान में अनियमितता और नियम की अवहेलना करना पाया।
कई अनियमितताएं मिलीं

चौरई क्षेत्र के चांद में आलोक कुमार जैन रासायनिक खादों के थोक और फुटकर विक्रेता का लाइसेंस लेकर काम कर रहे हैं। सोमवार को उनके प्रतिष्ठान पर जांच के लिए दल भेजा गया था। इस दौरान कई अनियमितताएं मिलीं। उनका लाइसेंस तत्काल निलम्बित किया गया है और बीते तीन दिनों में प्रतिष्ठान से बेचे गए खाद की जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
जीआर हेड़ाउ, उपसंचालक कृषि विभाग
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