पुलिस महानिरीक्षक (अजमेर रेंज) मालिनी अग्रवाल ने उर्स में की जाने वाली सुरक्षा व्यवस्थाओ पर पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इसमें दरगाह परिसर, दरगाह बाजार, विश्राम स्थली, केन्द्रीय बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पर की जाने वाली सुरक्षा पर चर्चा की।
बैठक में पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन ने उर्स में पुलिस के बंदोबस्त पर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस मुख्यालय से भेजे जाने वाले जाब्ते में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से लेकर सिपाही तक के साढ़े चार हजार जवान 8-8 घंटे की की ड्यूटी के लिए तैनात किए जाएंगे।
इसमें दरगाह परिसर, दरगाह बाजार, अन्दरकोट, रामप्रसाद घाट, कायड़ स्थित विश्राम स्थली शामिल है। इसके अतिरिक्त रेलवे स्टेशन, केन्द्रीय बस स्टैंड, शहर यातायात व्यवस्था और सुरक्षा में तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा पुलिस लाइन में रिजर्व जाप्ता रहेगा जो वीवीआईपी यात्रा और आपात स्थिति में तैनात किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि उर्स में झंडा चढऩे से लेकर बड़े कुल की रस्म तक दरगाह क्षेत्र में जवान रहेंगे। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) भोलाराम यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) देवेन्द्र कुमार विश्नोई, सहायक पुलिस अधीक्षक (दक्षिण) मोनिका सैन, पुलिस उप अधीक्षक(यातायात) प्रीति चौधरी समेत थानाधिकारी मौजूद थे।
ड्रोन से होगी निगरानी एसपी ब्लग्गन ने बताया कि दरगाह परिसर में सीसीटीवी कैमरों से जहां असामाजिक तत्वों और भीड़ पर निगरानी रखी जाएगी। वहीं पुलिस बेड़े में शामिल हुए दो ड्रोन भी दरगाह परिसर, दरगाह बाजार और कायड़ विश्राम स्थली में समय समय पर तैनात किए जाएंगे, ताकि ऊंचाई से असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के साथ पुलिस प्रभावी कार्रवाई कर सके।
प्रभावी होगा भीड़ नियंत्रण एसपी ब्लग्गन ने बताया कि उर्स के दौरान दरगाह परिसर, दरगाह बाजार, नला बाजार में भीड़ नियंत्रण के प्रभावी तरीके इंतजाम किए जाएंगे। दरगाह बाजार में चेटीचंड के जुलूस के बाद बैरिकेड्स लगाने के साथ बीच-बीच में भीड़ को रोकने के लिए रस्से और बल्लियों की व्यवस्था की जाएगी। फव्वारा सर्किल से ताकि भीड़ बढऩे पर आने वाले जायरीन को रोका जा सके।