इसके बाद एंबुलेंस के डॉक्टर जितेंद्र साहू तथा पायलट विनोद कोसल पांच किमी का रास्ता तय कर मरीज को स्पाइन बोर्ड पर रख कर एंबुलेंस तक लाए। जिला प्रबंधन प्रभजोत सिंह ने बताया कि ग्राम हल्लीवाड़ा तक रोड नहीं है तथा रास्ते में नदी भी पड़ती है। इसके कारण एंबुलेंस को पांच किमी दूर मुख्य मार्ग पर ही खड़ा करना पड़ा।
हालांकि इएमटी डॉक्टर और पायलट के प्रयासों से मरीज को सकुशल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जुन्नारदेव पहुंचा दिया गया, जहां जोगीलाल का उपचार जारी है। बताया जाता है कि गांव के आसपास कोई डॉक्टर या शासकीय चिकित्सालय नहीं होने से अक्सर समस्या उत्पन्न होती है। कई बार उपचार के अभाव में मरीज की मौत हो जाती है।