पातालाकोट के कारेआम में वन विभाग के जंगल एवं रातेड़ में राजस्व भूमि पर पौधे रोपे जा रहे। जबलपुर, होशंगाबाद सहित आस-पास के अन्य जिलों से भी लोग पौधे रोपने के लिए पहुंच रहे। पिछले दिनों नर्मदा मिशन से जुड़े लोगों ने पातालकोट पहुंचकर फल और छायादार पौधों का रोपन किया। जबलपुर से दस हजार पौधे पातालकोट पहुंचाए गए हैं, इनमें से लगभग चार हजार पौधे रोपे जा चुके हैं। शेष पौधे भी पातालकोट के अंदर ही रोपे जाएंगे। समर्थ सदगुरु भैयाजी सरकार ने बताया कि पूरे चातुर्मास में पातालकोट के अंदर देवरूपी पौधे लगाए जाएंगे। सबसे अच्छी बात यह है कि इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों में जागरुकता आई है और वे भी पौधे लगाने एवं उन्हें बचाने के लिए आगे आ रहे।
पचास हजार पौधों की तैयार होगी नर्सरी
समर्थ सदगुरु भैयाजी सरकार के मार्गदर्शन में हर्रा, नीम, नीबू, उम्बर के अलावा अन्य कई छाया और फलदार पौधों की नर्सरी तैयार होगी। करीब पचास हजार पौधों की नर्सरी तैयार करने के लिए बीज इक_ा कर लिए गए हैं। बीजों को पातालकोट के अन्दर ही एक निर्धारित स्थान पर लगाया जाएगा। पौधे तैयार होने के बाद उन्हें आने वाले साल की बारिश में वहीं रोपेंगे। इसके लिए पूरी योजना तैयार कर ली गई है।
प्रत्येक घर में दिए जा रहे पचास पौधे
आजीविका मिशन की नैनो आर्सिड योजना के तहत भी पातालकोट सहित पूरे जिले की पंचायतों के प्रत्येक घर में पचास-पचास पौधे दिए जा रहे। जिला पंचायत सीइओ गजेन्द्र सिंह नागेश ने बताया कि आम, जाम, जामुन, कटहल और नीबू के पौधे रोपने के लिए वितरित किए जा रहे। पौधे देने के साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है कि पौधे लगाने के बाद उन्हें बचाएं भी। अभियान में आप भी सम्मिलित हों और छिंदवाड़ा में घर के आस-पास पौधेरोपण कर फोटो हमें वाट्सऐप नम्बर 9425003569 पर नाम और पते के साथ भेजें।